Euro Cup 2020: यूरो कप 2020 के दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड और डेनमार्क के बीच बेहद कड़ी टक्कर देखने को मिली. 55 साल से किसी बड़े खिताब का इंतजार कर रहा इंग्लैंड हालांकि डेनमार्क को मात देकर फाइनल में जगह बनाने में कामयाब हो गया. रविवार को इंग्लैंड और इटली के बीच यूरो कप का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. 


इंग्लैंड को हालांकि मैच की शुरुआत में काफी संघर्ष करना पड़ा. डेनमार्क ने शानदार खेल दिखाते हुए एक गोल से बढ़त बना ली थी. लेकिन एक गोल से पिछड़ने के बाद इंग्लैंड ने जोरदार वापसी की. अंत में इंग्लैंड 2-1 से जीत दर्ज करने में कामयाब हो गया. 


इस जीत के नायक उसके कप्तान हैरी केन रहे जिन्होंने 104वें मिनट में पेनल्टी बचा लिये जाने के बाद रिबाउंड शॉट पर विजयी गोल दागा. वेम्बले स्टेडियम पर खेले गए इस रोमांचक मैच को डेनमार्क ने अतिरिक्त समय तक खींचा.


अब रविवार को इंग्लैंड का सामना इटली से होगा. विश्व कप 1966 के बाद इंग्लैंड का यह पहला फाइनल है. इंग्लैंड की झोली में एकमात्र खिताब 1966 विश्व कप ही है. 2018 वर्ल्ड कप में भी इंग्लैंड सेमीफाइनल में जगह बनाने के बाद खिताब की रेस से बाहर हो गया था.


डेनमार्क ने किया शानदार प्रदर्शन


पिछले 55 साल में इंग्लैंड विश्व कप या यूरो चैम्पियनशिप में चार बार सेमीफाइनल हार चुका है. यह जीत उसके सारे मलाल और कसक मिटाने वाली साबित हो सकती है. उनमें से तीन 1990, 1996, 2018 उसने पेनल्टी शूटआउट में गंवाए थे.


दूसरी ओर टूर्नामेंट के पहले ही मैच में क्रिस्टियन एरिक्सन के मैदान पर गिरने के बाद से डेनमार्क के खिलाड़ियों ने उसके लिये खिताब जीतने का लक्ष्य रखा था. मैच दर मैच उनके प्रदर्शन में निखार आता गया. इस मैच में भी 30वें मिनट में मिक्केल डैम्सगार्ड ने गोल करके उसे बढत दिला दी .


साइमन जाएर ने नौ मिनट बाद आत्मघाती गोल करके इंग्लैंड को बराबरी का मौका दे दिया. इसके बाद अतिरिक्त समय के दूसरे हाफ में डेनमार्क को दस खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा जब यानसेन चोट के कारण बाहर हो गए. उस समय तक डेनमार्क सभी सब्स्टीट्यूट इस्तेमाल कर चुका था.


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