Exclusive: मैदान पर लौटे चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव, एबीपी न्यूज से कहा- 'कर रहा हूं ये स्पेशल ट्रेनिंग'
मार्च से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के साथ साथ घरेलू क्रिकेट भी बंद है. लॉकडाउन के दौरान कुलदीप फिटनेस ट्रेनिंग तो कर रहे थे लेकिन अब हर रोज़ दो घंटा नेट्स पर गेंदबाज़ी भी कर रहे है बाएं हाथ के फिरकी गेंदबाज़.
कानपुर का रोवर्स क्लब मैदान. टीम इंडिया के मैच विनर चाइनामैन गेंदबाज़ कुलदीप यादव ने फिलहाल यहीं अपने कोच कपिल देव पांडे के देखरेख में अभ्यास शुरू कर दिया है. इसी मैदान में 13 -14 साल पहले कुलदीप वसीम अकरम जैसे एक तेज़ गेंदबाज़ बनने के लिए आये थे. लेकिन उनके कोच ने अविष्कार किया था कि उनमें चाइनामैन गेंदबाज़ी करने का एक नेचुरल टैलेंट है. वहां से शुरू हुआ सफर और अब कुलदीप टीम इंडिया के नंबर वन स्पिन गेंदबाज़ हैं.
मार्च से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के साथ साथ घरेलू क्रिकेट भी बंद है. लॉकडाउन के दौरान कुलदीप फिटनेस ट्रेनिंग तो कर रहे थे लेकिन अब हर रोज़ दो घंटा नेट्स पर गेंदबाज़ी भी कर रहे है बाएं हाथ के फिरकी गेंदबाज़.
भारतीय टीम अगस्त में श्रीलंका में खेलने के लिए जा सकती है. वहीं साल के आखरी दो महीनों में ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया को अहम सीरीज खेलनी है. और इसी के लिए खुदको तैयार कर रहे है कुलदीप.
कैसी चल रही है कुलदीप की तैयारी?
कुलदीप ने एबीपी न्यूज़ को बताया, " लॉकडाउन की वजह से बॉडी काफी रिकवर हो गई है. अब जो भी टूर आने वाले हैं, चाहे वो ऑस्ट्रेलिया हो या फिर दूसरी कोई सीरीज , मैं बिल्कुल तैयार हूं .इससे पहले भी मैंने ऑस्ट्रेलिया में जाकर परफॉर्म किया है. इस बार तो लंबा टूर है. 4 टेस्ट मैच और साथ मे वन डे , टी-20 भी खेलना है. गेंदबाजी भी मैं उसी हिसाब से कर रहा हूं. तैयारी उसी तरह से करूंगा. आने वाले समय में मुझे क्रिकेट की स्किल्स पर और काम करना है क्यों कि ब्रेक के बाद वापस लौटकर आया हूँ. धीरे धीरे जो बड़े टूर्नामेंट आने वाला है उसमें अच्छा प्रदर्शन करने के लिए फोकस कर रहा हूं ".
कुलदीप यादव के कोच कपिल देव पांडे ने बताया , " इस बार कुलदीप यादव ने लॉक डाउन के दौरान काफी मेहनत की है. ऑस्ट्रेलिया में साल के अंत मे जो सीरीज होने वाली है मुझे लगता है वहां कुलदीप बहुत ही खतरनाक गेंदबाज़ी करने वाले है. लाल बॉल से भी वो उतनी ही अच्छी गेंदबाजी कर रहे है जितना कि सफेद गेंद के साथ करते है. स्ट्रेंथ और स्पीड ट्रेनिंग के साथ साथ वो गेंदबाज़ी में लाइन- लेंथ को और बेहतर करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे है. वही नॉन बोलिंग आर्म पर भी हम दोनों एकसाथ काम कर रहे है जिससे कुछ बदलाव लाया जा सके ".
भले ही कोरोना के चलते कुलदीप प्रतियोगी क्रिकेट नही खेल रहे है लेकिन कानपुर में अभ्यास के दौरान नेट्स में वो हर रोज़ बल्लेबाजों को अपनी स्पिन की जादू से परेशान कर रहे है .