Tokyo Olympics 2021: भुवनेश्वर के कलिंगा इंस्टिट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग ( केआईआईटी ) की तरफ से फेंसर भवानी देवी, स्प्रिंटर दुती चंद और जेवलिन थ्रोअर शिवपाल सिंह को टोक्यो गेम्स से पहले बधाई दी गयी. इन तीनों ही एथलीट को ओडिशा के इस इंस्टीट्यूट द्वारा सपोर्ट किया जाता है.
जेवलिन थ्रो में इस बार नीरज चोपड़ा के साथ शिवपाल सिंह भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका में 85.47 मीटर की दूरी तय करने वाले शिवपाल का कहना है कि "भारत को इस बार जेवलिन थ्रो से 110 फीसदी मेडल मिलने की उम्मीद है. पिछले ओलंपिक गेम्स में 85 मीटर थ्रो से ही मेडल मिला था. इस बार ये दूरी मैंने और नीरज चोपड़ा ने कई बार थ्रो किया. इसलिए मुझे उम्मीद है कि मैडल भारत के नाम हो सकता है."
"बहुत लोगों को ऐसा लगा कि देश में इस खेल का कोई भविष्य नहीं है. लोगों को इस खेल में आगे बढ़ने की कोई उम्मीद ही नहीं थी, लेकिन मेरे परिवार ने मुझे सपोर्ट किया. मैं इस बार टोक्यो ओलंपिक में जीत हासिल करने की कोशिश करूंगी. अगर ऐसा नहीं कर पाई तो दोबारा फिर से कोशिश करूंगी." यह कहना है भारत की तरफ से फेंसिंग में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली एथलीट सीए भवानी देवी का. वे इस वक्त इटली में ट्रेनिंग कर रही हैं और सोमवार को टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों के लिए फ्रांस पहुंच रही हैं.
स्प्रिंटर दुती चंद ने कहा कि इस बार टोक्यो ओलंपिक गेम्स में 11.10 सेकंड की टाइमिंग हासिल करना ही उनका लक्ष्य है. एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने वाली दुती चंद ने कहा कि इस बार उनका टारगेट कम से कम सेमीफाइनल तक पहुंचना है.
गौरतलब है कि स्वतंत्र भारत में अब तक कोई भी एथलीट एथलेटिक्स यानी ट्रैक एंड फील्ड इवेंट से कोई भी ओलंपिक मेडल नहीं जीत सका है. मिल्खा सिंह और पीटी उषा ने चौथा स्थान हासिल किया था. इस बार अगर जेवलिन थ्रो से वाकई कोई मेडल देश को मिलता है, तो ये इतिहास के पन्नों पर स्वर्ण अक्षरों में दर्ज किया जाएगा.
यह भी पढ़ेंः दिनेश कार्तिक ने की अजीबोगरीब कमेंट्री, बैट को बताया 'पड़ोसी की बीवी', सोशल मीडिया पर मचा तहलका