नई दिल्ली: देश के स्टार घुड़सवार फवाद मिर्जा ने घुड़सवारी में भारत का दो दशक का सूखा खत्म करते हुए ओलिंपिक कोटा हासिल कर लिया है. परिवार के पारंपरिक खेल को आगे बढ़ाते हुए फवाद ने ये मकाम हासिल किया है. फवाद दक्षिण पूर्व एशिया, ओसियाना ग्रुप जी के इंडिविजुअल कॉम्पिटीशन स्पर्धा में अव्वल दर्ज के घुड़सवार हैं.


वहीं अभी इसकी आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है. माना जा रहा है अंतरराष्ट्रीय घुड़सवारी महासंघ अगले साल 20 फरवरी को इसकी घोषणा कर सकता है. फवाद मिर्जा ने पिछले साल एशियन गेम्‍स में भारत को 36 साल बाद इक्वेस्ट्रियन में पदक दिलवाया ‌था. जिसके बाद फवाद व्यक्तिगत मेडल पाने वाले पहले भारतीय बन गए. वहीं अब फवाद की नजर टोक्यो ओलिंपिक पर है.


भारत ने 20 साल के इंतजार के बाद इंडिविजुअल में ओलिंपिक कोटा हासिल किया है. इससे पहले भारत ने इस घुड़सवारी में दो बार ओलिंपिक में हिस्सा लिया. विंग कमांडर आईजे लांबा ने 1996 में और सन 2000 में सिडनी ओलिंपिक में इम्तियाज अनीस ने भारत का नेतृत्व किया था. परिवार की घुड़सवारी की परंपरा को आगे बढ़ा रहे फवाद अपने परिवार की सातवीं पीढ़ी हैं. उन्होंने यह सफलता इवेंटिंग इंडिविजुअल इवेंट में हासिल की.


इससे पहले फवाद मिर्ज़ा ने व्यक्तिगत स्पर्धा और 2018 एशियाई खेलों में आयोजन करने वाली टीम डबल में रजत पदक जीते थे. वह 1982 के बाद एशियाई खेलों में व्यक्तिगत स्पर्धा में पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने.


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