नई दिल्ली: क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनेल मेस्सी के बाद अब नेमार के विश्व कप जीतने का सपना टूट गया है. पांच बार की चैंपियन ब्राजील को बेल्जियम ने क्वार्टर फाइनल में 2-1 से हराकर दूसरी बार सेमीफाइनल में जगह बना ली.


ब्राजील की हार के साथ ही यह भी तय हो गया कि विश्व कप चैंपियन कोई यूरोपीय टीम ही बनेगी. बेल्जियम सेमीफाइनल में फ्रांस से भिड़ेगा जबकि दो अन्य क्वार्टर फाइनल स्वीडन और इंग्लैंड तथा मेजबान रूस और क्रोएशिया के बीच खेले जाएंगे. ब्राजील लगातार चौथी बार किसी यूरोपीय टीम से हारकर विश्व कप से बाहर हुआ.


बेल्जियम ने फर्नेन्डिहो के 13वें मिनट में किए गए आत्मघाती गोल से खाता खोला जबकि केविन डि ब्रूएन ने 41वें मिनट में बेहतरीन गोल करके उसकी बढ़त दोगुनी कर दी. ब्राजील की तरफ से एकमात्र गोल रेनाटो अगुस्टो ने 76वें मिनट में किया.


ब्राजील की किस्मत आज उसके साथ नहीं थी,टीम ने गोल करने के अनेकों मौके गंवा दिए. खेल के आठवें मिनट में नेमार की कॉर्नर किक पर गोल पोस्ट के पास खड़े थियगो सिल्वा आसानी से गोल कर सकते थे लेकिन उनका ढीला शॉट गोल पोस्ट से टकरा गया. आखिर तक ऐसे कुछ मौके चूकने का आखिर में टिटे की टीम को हार के रूप में खामियाजा भुगतना पड़ा.


बेल्जियम ने 13वें मिनट में फर्नेन्डिन्हो के आत्मघाती गोल से बढ़त बना ली. डि ब्रूएन की कॉर्नर किक को विन्सेंट कोम्पानी ने गोल पोस्ट के पास से गोल की तरफ बढ़ाया लेकिन वह फर्नेडिन्हो से टकराकर अंदर गयी और इस तरह से यह विश्व कप 2018 का 11वां आत्मघाती गोल बन गया. जो कि किसी भी विश्व में सबसे अधिक है.


डि ब्रूएन का गोल हालांकि खूबसूरत था. ब्राजील जब लगातार हमले कर रहा था तब बेल्जियम ने जवाबी हमला बोला. इस गोल की शुरुआत मारूआने फेलानी ने की लेकिन उसे ब्राजीली गोल के करीब तक पहुंचाने का श्रेय रोमेलु लुकाकु को जाता है. लुकाकु ने लगभग आधा मैदान नापकर डि ब्रूएन को गेंद थमायी जिनके करारे शॉट का एलिसन के पास कोई जवाब नहीं था.


ब्राजील अब गोल के लिए बेताब हो गया था. मार्सेलो और नेमार ने प्रयास भी किए लेकिन वे बेल्जियम के गोलकीपर थिबॉट कोर्टोइस को छकाने में नाकाम रहे. दूसरी तरफ डि ब्रूएन को 40वें मिनट में दूसरा गोल करने का मौका मिला लेकिन उनकी फ्री किक को एलिसन ने एक हाथ से बाहर का रास्ता दिखा दिया.


ब्राजील ने दूसरे हाफ के शुरू से ही मौके बनाने पर ध्यान दिया लेकिन वह उन्हें नहीं भुना पाया. इस बीच उसकी कलात्मक फुटबॉल का नजारा भी दिखा. खेल के 50वें मिनट में राबर्टो फर्मिनो ने मार्सेलो के पास को गोल की तरफ बढ़ाया लेकिन वहां पर कोर्टोइस दीवार की तरह खड़े थे.


गैब्रियल जीसस का पेनल्टी बॉक्स के अंदर जॉन वेट्रोनगन को छकाना और फिर कोम्पानी का टैकल करना. रेफरी ने ब्राजील को पेनल्टी देने के लिये वीएआर का सहारा लिया और फैसला बेल्जियम के पक्ष में गया.


खेल रोमांच की पराकाष्ठा पर पहुंच गया था. टूर्नामेंट में पहली बार ब्राजील शानदार खेल दिखा रही थी दूसरी तरफ बेल्जियम जवाबी हमले करता. खेल के 62वें मिनट में इडेन हैजार्ड का शॉट अगर मामूली अंतर से बाहर नहीं निकलता तो स्कोर 3-0 हो जाता. इसके बाद कोर्टोइस ने आठ मिनट के अंदर दो अवसरों पर डगलस कोस्टा के शॉट रोककर बेल्जियम पर से खतरा टाला.


कोर्टोइस को आखिर में अगुस्टो छकाने में सफल रहे जिन्होंने खेल के 76वें मिनट में फिलिप कोटिन्हो के क्रॉस पर गोल करके ब्राजीली समर्थकों में थोड़ी उम्मीद जगायी.


बेल्जियम ने हालांकि अपनी पूरी ताकत गोल बचाने में लगा दी और आखिर में ब्राजीली टीम को क्वार्टर फाइनल से विदाई लेनी पड़ी.