नई दिल्ली: मेजबान रूस ने विश्व कप 2018 में अपने स्वप्निल अभियान को जारी रखते हुए 2010 की चैंपियन स्पेन को पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से हराकर 48 साल बाद क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई.


रूस की इस जीत के नायक निश्चित तौर पर उसके गोलकीपर इगोर अकीनफीव रहे जिन्होंने मैच के दौरान कई शानदार बचाव किए और फिर पेनल्टी शूट आउट में भी दो बचाव करके लुजनिकी स्टेडियम को जश्न में डुबो दिया. नियमित और अतिरिक्त समय तक मैच 1-1 से बराबरी पर था.


स्पेन ने नियमित और अतिरिक्त समय में गेंद को 79 प्रतिशत समय तक अपने कब्जे में रखा लेकिन वह रूस के डिफेंस खासतौर पर गोलकीपर अकीनफीव को भेदने में नाकाम रहे. उसने 11वें मिनट में सर्गेई इग्नाशेविच के आत्मघाती गोल से बढ़त बनायी. रूस को 41वें मिनट में पेनल्टी मिली जिस पर आर्टम दजयुबा ने बराबरी का गोल किया.


आखिर में विजेता का फैसला पेनल्टी शूटआउट से हुआ. रूस के लिए फेडोर समोलोव, इग्नाशेविच, अलेक्सांद्र गोलोविन और डेनिस चेरीशेव गोल करने में सफल रहे. स्पेन की तरफ से आंद्रेई इनिस्टा, गेर्राड पिक और सर्गियो रामोस ने गोल किए लेकिन कोके और इयगो एस्पास दोनों के शॉट अकीनफीव ने बड़ी खूबसूरती से रोक दिए.


रूस (सोवियत संघ) ने इससे पहले 1970 में अंतिम आठ में जगह बनायी थी. वह अब क्वार्टर फाइनल में सात जुलाई को क्रोएशिया और डेनमार्क के बीच होने वाले मैच के विजेता से भिड़ेगा.