Fifa World Cup 2018: स्पेन के खिलाफ जीत के साथ आगाज करना चाहेंगे रोनाल्डो
2016 में पहली बार यूरोपीय चैम्पियंशिप का खिताब अपने नाम करने वाली पुर्तगाल अपने कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो के दम पर स्पेन को हराकर सबको चौंकाना चाहेगी.
Fifa World Cup 2018: कोच को लेकर उठे विवादों के बीच स्पेन की टीम आज मौजूदा यूरोपीय चैम्पियन पुर्तगाल को हराकर रूस में जारी फीफा वर्ल्ड कप में जीत के साथ शुरुआत करना चाहेगी. फीफा वर्ल्ड कप शुरू होने से एक दिन स्पेन ने अपने मुख्य कोच जुलेन लोपतेगुई को हटा कर दिया और उनकी जगह टीम के खेल निदेशक फर्नाडो हिएरो को मुख्य कोच का पद सौंपा.
स्पेन को खिताब जीतने को प्रबल दोवेदार माना जा रहा था लेकिन कोच को लेकर उठे विवाद के बाद फैंस के मन में सवाल पैदा हो गए हैं. हालांकि, टीम के कप्तान सर्गियो रामोस ने फैंस से कहा कि उनकी इस टूर्नामेंट में एकजुट होकर खेलेगी.
रामोस ने ट्वीट किया, "हम स्पेन हैं, हम अपने बैज, अपने रंग, अपने समर्थकों और अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं. हमारी प्रतिबद्धता और जिम्मेदारी कल, आज और कल आपके लिए है. हम एक साथ हैं."
विवादों के बावजूद कोई भी टीम दक्षिण अफ्रीका में हुए 2010 फीफा विश्व कप की विजेता को कम नहीं आंकना चाहेगा. स्पेन की टीम में युवा एंव अनुभवी खिलाड़ियों का बेहतरीन मिश्रण है. स्पेन के पास हर पोजीशन पर खेलने के विश्वस्तरीय खिलाड़ी मौजूद हैं और टीम अभी भी गेंद पर नियंत्रण बनाकर खेलना पसंद करती है.
स्पेन के पस गोलपोस्ट में डेविड डि गिया है, तो वहीं डिफेंस में जेरार्ड पीके, सर्गियो रामोस, सेजार अजपिलिकुएटा जैस दमदार खिलाड़ी. मिडफील्ड में आंद्रेस इनिएस्ता, सर्गियो बुस्क्वेट्स और डेविड सिल्वा का अनुभव टीम के लिए संजीवनी बूटी का कार्य करेगा. फारवर्ड लाइन की जिम्मेदारी मार्को असेंसियो, डिएगो कोस्टा और लुकस वाजक्वेज के कंधों पर होगा.
रोनाल्डो बनाना चाहेंगे इतिहास
दूसरी ओर, 2016 में पहली बार यूरोपीय चैम्पियंशिप का खिताब अपने नाम करने वाली पुर्तगाल अपने कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो के दम पर स्पेन को हराकर सबको चौंकाना चाहेगी. 33 वर्षीय रोनाल्डो का यह आखिरी वर्ल्ड कप भी हो सकता है, ऐसे में वह इस ट्रॉफी को जीतकर फुटबाल के इतिहास में हमेशा के लिए अमर होना चाहेंगे.
कोच फर्नान्डो सांतोस के अंडर में पुर्तगाल का हालिया प्रदर्शन भी शानदार रहा है और टीम रोनाल्डो में अलावा अन्य खिलाडियों का प्रदर्शन भी बेहतर हुआ है. सांतोस के अंडर में पुर्तगाल ने 24 में से कुल 20 मैच जीते हैं जबकि केवल एक में उसे हार का सामना करना पड़ा है.
पुर्तगाल की मिडफील्ड एवं फारवर्ड लाइन दमदार है लेकिन डिफेंस में टीम पेपे एवं जोसे फोंते की फिटनेस टीम के लिए चिंता का विषय हो सकती है. रोनाल्डो के अलावा प्रशंसकों की नजरें बर्नाडो सिल्वा, रिकाडरे क्वारेसमा और आंद्रे सिल्वा जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों पर होगी.
टीम :
स्पेन :
गोलकीपर : डेविड डि गिया, पेपे रियना, केपा अरीर्जाब्लागा.
डिफेंडर : जॉर्डी आल्बा, नाचो मोनरियल, अल्वारो ऑडरियोजोला, नाचो फनार्डीज, दानी कार्वाह्लो, जेरार्ड पीके, सर्गियो रामोस, सेजार अजपिलिकुएटा.
मिडफील्डर : सर्गियो बुस्क्वेट्स, इस्को, थियागो अल्कांत्रा, डेविड सिल्वा, आंद्रेस इनिएस्ता, साउल निगुएज, कोके.
फारवर्ड : मार्को असेंसियो, इयागो, डिएगो कोस्टा, रोर्डिगो मोरेनो, लुकस वाजक्वेज.
पुर्तगाल:
गोलकीपर : एंथोनी लोपेस, बेटो और रुई पैट्रीसियो.
डिफेंडर : ब्रूनो आल्वेस, सेड्रिक सोआरेस, जोसे फोंते, मारियो रुई, पेपे, राफेल गरेरो, रिकाडरे परेरा, रुबेन दियास.
मिडफील्डर : आंद्रेस सिल्वा, ब्रूनो फनार्डेस, जाओ मारियो, जाओ मोटिन्हो, मैनुअल फनार्डेस, विलियम कार्वाल्हो.
फारवर्ड : आंद्रे सिल्वा, बनार्डो सिल्वा, जेल्सन मार्टिन्स, गोनकालो गुएडेस, रिकाडरे क्वारेसमा, क्रिस्टियानो रोनाल्डो.