खरबो रूपये खर्च कर रूस दिखाएगा अपनी इक्नॉमी की चमक, फुटबॉल के महासंग्राम में समाएंगे 4 अरब लोग
रुस के लोग इसलिए रोमांचित हैं क्योंकि 70वीं रैंकिंग के बावजूद वे वर्ल्ड कप का हिस्सा हैं, और बाकी दुनिया और खिलाड़ी इसलिए रोमांचित हैं क्योंकि ऐसा वर्ल्ड कप पहले कभी हुआ नहीं.
नई दिल्ली: फुटबॉल विश्व कप 2018 की शुरूआत आज यानी की 14 जून से हो रही है. फीफा वर्ल्ड कप के पहले मैच में आज लुजिनकी स्टेडियम में मेजबान रूस का सामना सऊदी अरब से होगा. इस बार के विश्व कप का आयोजन रूस में किया जा रहा है जहां कुल 32 टीमें हिस्सा ले रही हैं. यह टूर्नामेंट 15 जुलाई तक चेलगा. जहां हर टीम लीग में 14-14 मैच खेलेगी. लीग मैच के बाद टूर्नामेंट का राउंड ऑफ 16 शुरू होगा. इस में 32 में से 16 टीमें जो आगे जाएगी वह खेलेगी.
रिकॉर्ड तोड़ 4 अरब लोग होंगे इस जुनून में शामिल
साढे तीन से चार अरब लोग. यही तादाद है उन फुटबॉल फैंस की-जिनकी आज से रुस में शुरु होने वाले फीफा वर्ल्ड कप के दौरान सांसें थमी रहेंगी. रुस में आयोजित फुटबॉल वर्ल्ड कप जितना बड़ा है-उतना बड़ा फुटबॉल वर्ल्ड कप कभी आयोजित ही नहीं हुआ. रुस के लोग इसलिए रोमांचित हैं क्योंकि 70वीं रैंकिंग के बावजूद वे वर्ल्ड कप का हिस्सा हैं, और बाकी दुनिया और खिलाड़ी इसलिए रोमांचित हैं क्योंकि ऐसा वर्ल्ड कप पहले कभी हुआ नहीं.
टूर्नामेंट में ले रही हैं 32 टीमें हिस्सा
इस टूर्नामेंट में कुल 32 टीमें हिस्सा ले रही है. वहीं 79.1 करोड़ डॉलर का कुल ईनाम और प्रोत्साहन राशि है. हर टीम को कम से कम 15 लाख डॉलर तो मिलेंगे तो वहीं आयोजन के दौरान 12 करोड़ से ज्यादा ट्वीट होने का अनुमान है. टूर्नामेंट में हाईटेक टेलस्टार-18 गेंद से मुकाबले खेले जाएंगे.
इन शहरों में खेले जाएंगे मुकाबले
रुस के सेंट पीटर्सबर्ग से लेकर मॉस्को तक 11 शहरों में मुकाबले खेले जाएंगे, जहां बुनियादी ढांचा दुरुस्त करने में रुस ने अपनी ताकत झोंक दी. फीफा वर्ल्ड कप पर रुस ने 8 खरब 11 अरब 98 करोड रुपए खर्च किए हैं. जो ब्राजील में हुए पिछले वर्ल्ड कप से लगभग तिगुना है. रुस को उम्मीद है कि वर्ल्ड कप से करीब 2 लाख 30 हजार रोजगार पैदा होंगे.