नई दिल्ली: मॉस्को के लुज़्निकी स्टेडियम में रविवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से हराकर खिताब अपने नाम किया. 20 सालों बाद फ्रांस को दोबारा विश्व चैंपियन बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. दुनिया के लिए और फुटबॉल के लिए ये वर्ल्ड कप थोड़ा स्पेशल था और हो भी क्यों न एक तरफ जहां सारी बड़ी टीमें और उनके बड़े खिलाड़ी अपनी टीम को जीत दिलाने में नाकामयाब रहे तो वहीं कई युवा खिलाड़ियों ने अपनी टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया और टीम को फाइनल तक लेकर गए जिसमें क्रोएशिया जैसा छोटा देश शामिल था.


लेकिन अगर हम खिलाड़ियों को छोड़ दें तो फीफा का समापन समारोह भी काफी शानदार रहा जहां कई ऐसे पल आएं जिसने दुनिया में मौजूद सभी फुटबॉल फैंस का दिल जीत लिया. एक तरफ जहां क्रोएशिया की महिला राष्ट्रपति कोलिंदा ग्राबर किटारोविक ने अपनी टीम का एक भी मैच नहीं छोड़ा तो वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों भी जश्न में रंग गए. लेकिन इस समारोह में पुतिन का भी एक अलग अंदाज देखने को मिला जहां समारोह के पुरे दौरान उनका छाता सुर्खियां बटोरता रहा. तो चलिए नजर डालते हैं इन 3 तस्वीरों पर और उनकी कहानियां जो इंटरनेट की दुनिया पर राज कर रहीं हैं.

1. कोलिंदा ग्राबर किटारोविक (क्रोएशिया राष्ट्रपति) और इमैनुएल मैक्रों (फ्रांस के राष्ट्रपति)

फोटो: ट्विटर

क्रोएशिया की राष्ट्रपति उस समय सुर्खियों में आई जब टीम फाइनल में जगह बना चुकी थी. सेमीफाइनल के दौरान क्रोएशिया की महिला राष्ट्रपति कोलिंदा को रूस के प्रधानमंत्री के सामने झूमते हुए देखा गया. लेकिन समापन समारोह के दौरान कुछ ऐसा हुआ जब इंटरनेट पर कोलिंदा अचानक फैंस और लोगों की पहली पसंद बन गई. क्रोएशिया की टीम वर्ल्ड कप के फाइनल में हार चुकी थी लेकिन समापन समारोह के दौरान जैसे ही खिलाड़ी भावुक तरीके से राष्ट्रपति से मिलने आए कोलिंदा उनके आंसू पोंछने लगी. ये तस्वीर इंटरनेट पर खूब वायरल हुई. वहीं इस वर्ल्ड कप में दो राष्ट्रपतियों के बीच का प्यार भी देखा गया क्योंकि एक तरफ जहां फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों फ्रांस की टीम का हौसला अफजाई कर रहे थे तो वहीं कोलिंदा भावुक हुए खिलाड़ियों को दिलासा दे रही थीं. लेकिन दोनों का एक दूसरे से गले मिलना, बाते करना और एक दूसरे की टीम के साथ जश्न मनाना शायद आपने आज के दौर में कहीं नहीं देखा होगा. मैक्रों और कोलिन्दा ने जो किया, कल्चर शायद उसको कहते हैं. क्रोएशिया की राष्ट्रपति आज गूगल पर लगातार खोजी जा रही हैं. विश्वकप फ़ाइनल के दौरान उनके स्नेहपूर्ण व्यवहार ने संसार को आसक्त कर दिया है.

जब मैक्रों 15 वर्ष के थे, तब उन्हें 40 साल की अपनी हाईस्कूल टीचर ब्रिजिट से प्यार हो गया था. आज ब्रिजिट फ्रांस की प्रथम महिला हैं.फ्रांसीसी जर्नलिस्ट एने फ़ुल्दा ने मैक्रों के जीवन पर एक किताब लिखी है : "इमैन्युअल मैक्रों : अ यंग मैन सो परफ़ेक्ट". किताब में फ़ुल्दा ने मैक्रों और ब्रिजिट की कहानी के बारे में विस्तार से बताया है.हाल ही में किसी ने ब्रिजिट से पूछा कि मैक्रों इतने बेहतरीन "पोलिटिशियन" कैसे साबित हुए? ब्रिजिट ने फ़ौरन जवाब दिया : "वेल, फ़रगेट पोलिटिक्स, ही इज़ सो गुड एट एवरीथिंग!"

फोटो: ट्विटर

फ़ाइनल मैच में फ्रांस के राष्ट्रपति सूट बूट पहनकर आए थे.कोलिन्दा क्रोएशिया की टीम जर्सी पहनकर आईं. सभी खिलाड़ियों को उन्होंने बहुत स्नेह से गले लगाकर धन्यवाद कहा. लेकिन अपना सबसे ज्यादा प्यार उन्होंने क्रोएशिया के कप्तान लुका मोद्रिच के लिए बचाकर रखा था.लुका को उन्होंने जिस तरह से बांहों में भर लिया, वह ऐसा पल था, जिसने फैंस के साथ स्टेडियम में मौजूद सभी दर्शकों का दिल जीत लिया. बता दें कि कोलिन्दा के बेटे का नाम भी लुका है.

2. इमैनुएल मैक्रों का अपनी मुट्ठी को बांध कर जश्न मनाने का अंदाज

फोटो: ट्विटर

वर्ल्ड कप के फाइनल में फ्रांस ने जैसे ही क्रोएशिया को 4-2 से हराया ठीक उसी समय फ्रांस के राष्ट्रपति वीवीआईपी स्टैंड्स में बैठे खड़े हो गए और नाचने लगे. वो अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाए और डांस कर जश्न मनाया. फिर मैदान में उतर आए और खिलाड़ियों के गले लगकर उन्हें बधाई दी. मैक्रों ने क्रोएशिया की राष्ट्रपति कोलिंडा ग्रैबर कितारोविक को भी गले लगाया.

मैक्रों खिलाड़ियों के साथ चेंजिंग रूम भी गए. वहां भी उनके साथ खूब डांस किया. राष्ट्रपति मैक्रों के इस अंदाज पर फ्रांस के खिलाड़ी मेंडी ने ट्वीट किया, 'मिस्टर प्रेसिडेंट. आपका ये अंदाज देखकर हैरान हूं. इस हौसला अफजाई के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया.' बता दें कि 23 साल के मेंडी फ्रांस की टीम में डिफेंडर हैं. फ्रांस के राष्ट्रपति का जश्न मनाने का अंदाज देखकर एक बात तो तय है कि आज की दुनियां में ऐसे बहुत कम ही राष्ट्रपति बचे हैं जो खेल के दौरान ऐसा जश्न मनाते हैं. शायद उन्हें राजनीति की जीत में भी ऐसे खुशी मनाते हुए आप कभी न देख पाएं.

3. पुतिन ने अपनी छतरी के नीचे नहीं दिया किसी को आसरा

फोटो: ट्विटर

मैच खत्म होने के बाद समापन समारोह की जैसे ही शुरूआत होने लगी थी उसी समय मॉस्को में तेज बारिश आ गई. तेज बारिश को देखते हुए रुस के सुरक्षा अधिकारी पुतिन के लिए दौड़ कर छाता ले आए. लेकिन इस बीच फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों और कोलिंदा के लिए छाते का इंतजाम नहीं हो पाया. इस बीच पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे पुतिन अपने छतरी में खड़े रहे लेकिन एक बार भी मैक्रों और कोलिंदा के आगे छतरी नहीं बढ़ाई जिससे दोनों देश के राष्ट्रपति काफी देर तक बारिश में भीगते रहे.

समापन समारोह में जैसे ही लोगों ने पुतिन के छाते वाले रवैये को देखा वैसे ही सोशल मीडिया पर उनकी फजीहत होने लगी. हालांकि थोड़ी देर बाद काफी छाते आ गए. फ्रांस, क्रोशियाई राष्ट्रपतियों समेत कोच और अन्य लोगों को भी छाते मिले. मगर पुतिन की छतरी की चर्चा फिर भी जारी रही.