नई दिल्ली: अगले साल रूस में होने वाले फुटबॉल विश्व कप के लिए ड्रॉ का एलान कर दिया गया है. शुक्रवार को मास्को में 32 टीमों को कुल आठ ग्रुप में बांटा गया. फुटबॉल जगत के दो दिग्गज देश पुर्तगाल और स्पेन को एक साथ फीफा विश्व कप में ग्रुप-बी में रखा गया है.
पुर्तगाल और फीफा विश्व कप-2010 की विजेता स्पेन के अलावा ग्रुप-बी में मोरक्को और ईरान को रखा गया है.
मौजूदा विजेता जर्मनी को ग्रुप-एफ में अपने से कम रैंकिंग वाली मैक्सिको (16वीं रैंकिंग), स्वीडन (18वीं रैंकिंग), कोरिया रिपब्लिक (59वीं रैंकिंग) के साथ रखा गया है.
ग्रुप-ए में - रूस, साउदी अरब, मिस्र, उरुग्वे को रखा गया.
ग्रुप बी में - पुर्तगाल, स्पेन, मोरक्को और ईरान
ग्रुप-सी में - फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, पेरू और डेनमार्क को जगह मिली है.
ग्रुप-डी में - अर्जेंटीना, आइसलैंड, क्रोएशिया, नाइजीरिया को रखा गया है.
ग्रुप-ई में - ब्राजील के साथ स्विट्जरलैंड, कोस्टा रिका, सर्बिया खेलेंगे.
ग्रुप-एफ में - जर्मनी, मैक्सिको, स्वीडन, साउथ कोरिया
ग्रुप-जी में - बेल्जियम, पनामा, ट्यूनिशिया और इंग्लैंड पहले दौर की प्रतिस्पर्धा करेंगे.
ग्रुप एच में - पोलैंड के साथ सेनेगल, कोलंबिया और जापान को जगह मिली है.
विश्व कप की शुरुआत 14 जून को होस्ट कंट्री रूस और साउदी अरब के बीच मुकाबले के साथ होगी. जबकि फाइनल मुकाबला 15 जुलाई को राजधानी मास्को में खेला जाएगा. सभी मुकाबले 11 शहर के 12 स्टेडियमों में खेले जाएंगे जो कि यूरोपियन रूस के शहर होंगे. विश्व कप में कुल 64 मुकाबले खेले जाएंगे.
कई दिग्गज टीमें हुई बाहर
2006 के बाद पहली बार यूरोप में फुटबॉल विश्व कप का आयोजन किया जा रहा है. लेकिन दर्शक इस बात से निराश हो सकते हैं कि चार बार की चैंपियन इटली जैसी टीम इस विश्व कप में नहीं खेल रही है. सिर्फ इटली ही नहीं कई बड़ी टीमें हैं जो इस विश्व कप में क्वालीफाई नहीं कर पाई. जिसमें - इटली, चिली, अमेरिका, नीदरलैंड्स, ग्रीस जैसी बड़ी टीमें शामिल हैं.