Men's Indian Football Team at Melbourne Olympics 1956: पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत 26 जुलाई से होने जा रही है. ओलंपिक 2024 में अब एक हफ्ते से भी कम समय बचा है. भारतीय एथलीट भी मेडल जीतने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. हालांकि ओलंपिक में भारत के लिए सबसे सफल खेल हॉकी बनकर उभरी है. भारतीय हॉकी टीम ने अब तक कुल 12 मेडल जीते हैं, जिसमें से आठ मेडल तो सिर्फ गोल्ड हैं. लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब भारतीय फुटबॉल टीम ओलंपिक में इतिहास रचने के लिए तैयार थी. लेकिन मेडल की दहलीज पर उसे निराशा हाथ लगी थी. जानिए कब हुआ ये पूरा मामला?
ओलंपिक में मेडल से चूकी थी भारतीय फुटबॉल टीम
मेलबर्न ओलंपिक 1956 कई मायनों में यादगार है. सबसे पहले, भारतीय हॉकी टीम मेलबर्न 1956 में गोल्ड मेडल जीतने में सफल रही, जबकि दूसरी ओर भारतीय फुटबॉल टीम मेडल की दहलीज पर आ कर उसे निराशा हाथ लगी. जिसके बाद भारतीय फुटबॉल टीम ने मेलबर्न 1956 की फुटबॉल अंक तालिका में चौथे स्थान पर अपना अभियान समाप्त किया.
भारत से क्वाटर फाइनल में हारा ऑस्ट्रेलिया
1956 में ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में हुए ओलंपिक में भारतीय फुटबॉल टीम ने शानदार प्रदर्शन किया था. क्वॉर्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 4-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रही थी. इस मैच में नेविल डिसूजा ने हैट्रिक गोल कर इतिहास रच दिया था. वे ओलंपिक में हैट्रिक लगाने वाले पहले एशियाई खिलाड़ी बन गए थे.
मेडल से ऐसे चूका भारत
सेमीफाइनल में भी डिसूजा का शानदार प्रदर्शन जारी रहा, लेकिन इस बार टीम यूगोस्लाविया के खिलाफ 4-1 से हार गई. ब्रॉन्ज मैडल के लिए हुए मुकाबले में भी भारत को निराशा झेलनी पड़ी और बुल्गारिया से 0-3 से हार का सामना करना पड़ा.
मेलबर्न ओलंपिक 1956 में भारतीय फुटबॉल टीम
अब्दुल रहमान, नेविल स्टीफन डिसूजा, कृष्णा स्वामी किट्टू, तुलसीदास बलराम, निखिल कुमार नंदी, सैयद ख्वाजा अजीज-उद-दीन, पीटर रामास्वामी थंगराज, मुहम्मद नूर, समर बनर्जी, मारियाप्पा केम्पैया, सुब्रमण्यम शंकर नारायण, मुहम्मद सलाम, अब्दुल शेख लतीफ, हुसैन अहमद, मुहम्मद कन्नयन, प्रदीप कुमार बनर्जी, मोहम्मद जुल्फिकारुद्दीन, कृष्ण चंद्र पाल