Pele Demise: 16 साल की उम्र में ब्राजील के लिए किया था डेब्यू, ऐसा रहा है इस दिग्गज फुटबॉलर का लाजवाब करियर
Pele: पेले बहुत छोटी सी उम्र में ही फुटबॉल जगत पर छा चुके थे. उन्हें फुटबॉल के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में गिना जाता है.
Pele's Career: फुटबॉल जगत के महान खिलाड़ी पेले (Pele) नहीं रहे. लंबे समय से उनकी तबियत खराब चल रही थी. गुरुवार को उन्होंने अंतिम सांस ली. ब्राजील के इस लीजेंड खिलाड़ी के निधन पर आम लोग से लेकर खेल, कला और राजनीतिक जगत की तमाम बड़ी हस्तियां उन्हें श्रद्धांजलि दे रही हैं. यहां हम इस लीजेंड प्लेयर के करियर की संक्षिप्त झलक लेकर आए हैं...
पेले का प्रोफेशनल फुटबॉल करियर महज 15 साल की उम्र में ही शुरू हो गया था. ब्राजील के फुटबॉल क्लब सांतोस की ओर से वह मैदान में उतरे थे. 16 साल की उम्र तक आते-आते वह अपने फुटबॉल क्लब के नियमित खिलाड़ी बन गए. 16 साल की उम्र में ही वह 1957-58 सीजन की ब्राजीली लीग के टॉप स्कोरर बने. नतीजा यह हुआ कि फौरन उन्हें राष्ट्रीय टीम से बुलावा आ गया. 16 साल की उम्र में वह अपनी राष्ट्रीय टीम की ओर से डेब्यू कर चुके थे.
पेले ने 7 जुलाई 1957 में अर्जेंटीना के खिलाफ मुकाबले के साथ इंटरनेशनल डेब्यू किया था. तब उनकी उम्र महज 16 साल 9 महीने थी. इस मैच में उन्होंने अपनी टीम के लिए एक गोल भी किया था. ब्राजील के लिए सबसे कम उम्र में गोल दागने वाले खिलाड़ी का रिकॉर्ड इन्हीं के नाम दर्ज है. हालांकि ब्राजील यह मैच 1-2 से हार गया था.
वर्ल्ड कप 1958 ने दिलाई पहचान
17 की उम्र में ही पेले को अपना पहला फुटबॉल वर्ल्ड कप खेलना नसीब हुआ. वर्ल्ड कप 1958 में वह ब्राजीली स्क्वाड का हिस्सा बनाए गए. यहां से उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. इस वर्ल्ड कप में पेले ने यादगार परफॉर्मेंस दी. सेमीफाइनल में फ्रांस के खिलाफ हैट्रिक और फाइनल में स्वीडन के खिलाफ दो गोलों ने उन्हें दुनियाभर में पहचान दिला दी. 1958 वर्ल्ड कप के बाद यूरोप के दिग्गज फुटबॉल क्लबों से पेले को बुलावा आया. रियल मैड्रिड, युवेंतस और मैनचेस्टर यूनाइटेड जैसे क्लबों ने उन्हें अपने पाले में करने की खूब कोशिश की. इंटर मिलान और वेलेंसिया तो लगभग उन्हें अपने साथ जोड़ भी चुके थे लेकिन सांतोस फुटबॉल क्लब के फैंस की डिमांड के कारण ब्राजीली क्लब ने उन्हें छोड़ने से मना कर दिया. नतीजा यह हुआ कि वह सांतोस में ही बने रहे.
ऐसा रहा क्लब करियर
पेले सांतोष के साथ 1974 तक बने रहे. इस फुटबॉल क्लब के लिए उन्होंने 643 गोल दागे. उन्होंने सांतोस को 6 बार कैंपियोनातो पाउलिस्ता सीरी-ए-1 (ब्राजील फुटबॉल लीग) का टाइटल दिलाया. उन्होंने दो बार अपनी सांतोस को कोपा लिबरटाडोरेस टाइटल भी जिताए. 1975 में वह अमेरिकी क्लब 'न्यूयॉर्क कॉसमोस' से जुड़े. यहां वह 1977 तक खेलते रहे. 1 अक्टूबर 1977 को उन्होंने अपना आखिरी प्रोफेशनल मैच खेला.
ब्राजील के लिए दागे 77 गोल
पेले का इंटरनेशनल फुटबॉल करियर 14 साल का रहा. 1957 में डेब्यू के बाद 18 जुलाई 1971 को उन्होंने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला. युगोस्लाविया के खिलाफ खेला गया यह मुकाबला पेले का ब्राजील के लिए आखिरी मुकाबला रहा. पेले ने ब्राजील के लिए 92 मैच खेले और इनमें 77 गोल दागे. इस दौरान 67 मैचों में ब्राजील को जीत, 11 मैचों में हार और 14 मैच ड्रॉ रहे. उनके इस चमकदार करियर में तीन वर्ल्ड कप ट्रॉफी (1958, 1962, 1970) शामिल रही.
राष्ट्रीय टीम, फुटबॉल क्लब, जूनियर लेवल औन अनऑफिशियल सभी मैचों को देखा जाए तो पेले ने अपने करियर में 1366 मैच खेले और 1281 गोल किए. यह आंकड़ा फीफा के मुताबिक है. ब्राजील फुटबॉल एसोसिएशन और सांतोस फुटबॉल क्लब व अन्य सोर्स के आंकड़ें यहां अलग-अलग हैं. अपने इंटरनेशनल और प्रोफेशनल करियर के दौरान पेले ने कई रिकॉर्ड बनाए और यही कारण रहा कि वह फुटबॉल जगत के सबसे महान खिलाड़ियों में गिने जाते हैं.
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