पहली बार मुझे इंग्लैंड में गाली नहीं पड़ी: डेविड वॉर्नर
साल 2013 में बर्मिंघम में इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और डेविड वॉर्नर के बीच एक पब में झड़प हो गई थी जिसके बाद आज तक इंग्लैंड के फैंस वॉर्नर को वॉर्मअप का भी मौका नहीं देते और सीधे हमला करने लगते हैं.
इंग्लैंड में बिना भीड़ के क्रिकेट खेलने की बात हो तो डेविड वॉर्नर इससे पीछे नहीं हटेंगे. ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज जिन्होंने सालो से, अंग्रेजी भीड़ के साथ सही तरीके से तालमेल शेयर नहीं किया है. और आमतौर पर उनकी पारी का अंत भीड़ से उबने या परेशान होकर ही हुआ है. लेकिन कल ऐसा पहली बार हुआ जब पहले टी20 में इंग्लैंड के खिलाफ डेविड वॉर्नर को ऐसा कुछ नहीं सुनना पड़ा और न ही किसी फैन का सामना करना पड़ा.
वॉर्नर ने कहा कि, “यह पहली बार था जब मैं यहाँ (इंग्लैंड) आया और मुझे दुर्व्यवहार नहीं मिला. यह काफी अच्छा था, ”वार्नर ने मैच के बाद कहा, "आप उस भीड़ से ही उठते हैं. यही कारण है कि हम घर और बाहर खेलना पसंद करते हैं. घर में और बाहर खेलने का अपना अपना फायदा नुकसान होता है.
दरअसल साल 2013 में बर्मिंघम में इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और डेविड वॉर्नर के बीच एक पब में झड़प हो गई थी जिसके बाद आज तक इंग्लैंड के फैंस वॉर्नर को वॉर्मअप का भी मौका नहीं देते और सीधे हमला करने लगते हैं. वहीं वॉर्नर पर 12 महीनों का बैन भी लगा था जो गेंद से छेड़छाड़ के कारण था. इसको लेकर भी इंग्लिश क्राउड वॉर्नर को पसंद नहीं करती है.
बता दें कि वॉर्नर क्रिकेट में वापस आकर काफी खुश हैं और वो जल्द ही यूएई में आईपीएल खेलने के लिए रवाना होने वाले हैं जहां वो अपनी टीम सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलेंगे.
वॉर्नर ने अंत में कहा कि भले ही हमें इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा हो लेकिन हम क्रिकेट को वापस पाकर हम बहुत खुश हैं.