पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और कोच वकार यूनिस को उनके तीखे क्रिकेट कौशल के लिए जाना जाता है और इन दिनों वह क्रिकेट पंडित के रूप में प्रदर्शित होते हैं. अपने करियर के दौरान, यूनिस कट्टर प्रतिद्वंद्वी भारत पर कई यादगार जीत का हिस्सा थे. लेकिन वह उन टीमों का भी हिस्सा थे, जो 1996 और 2003 के विश्व कप में भारत से हार गईं.
वह टीम के कोच भी थे, जब 2011 के वैश्विक टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पाकिस्तान भारत से हार गया था. भारत को विश्व कप में पड़ोसियों के खिलाफ़ 7-0 का रिकॉर्ड हासिल है, एक ऐसा आँकड़ा जो अक्सर भारतीय प्रशंसकों द्वारा अपनी टीम के प्रभुत्व का प्रदर्शन करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
कुछ ठीक एक बार फिर ऐसा ही हुआ जब पाकिस्तान को साल 2019 के वर्ल्ड कप में भारत के हाथों एक बार फिर हार का मुंह देखना पड़ा. 2017 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान की भारत पर जीत का मतलब था कि भारतीयों और विराट कोहली को मैच में बदला लेना था और उनकी टीम ने सुनिश्चित किया कि उनके प्रतिद्वंद्वियों को मैच में एक इंच भी नहीं दिया जाए.
@GloFansOfficial के ट्विटर हैंडल पर क्रिकेट प्रशंसकों से बात करते हुए, यूनिस, जो वर्तमान में पाकिस्तान टीम के गेंदबाजी कोच हैं, उन्होंने एक गलती की ओर ध्यान दिलाया जो मैनचेस्टर में खेले गए मुकाबले में पाकिस्तान को महंगा पड़ा.
"मुझे लगता है कि पाकिस्तान ने 2019 में टॉस से ही सही शुरुआत नहीं की थी. वे उम्मीद कर रहे थे कि पिच कुछ ज्यादा करेगी और उन्हें जल्दी विकेट मिलेंगे जिससे भारत दबाव में आ जाएगा. लेकिन, भारत के पास बहुत से ओपनर थे और उन्होंने वास्तव में गेंदबाज को जमने नहीं दिया. वहीं पिच भी बहुत कुछ नहीं कर रही थी क्योंकि एक बार जब वे जा रहे थे तो उन्हें रोकना बहुत मुश्किल था. उन्होंने इतने रन बनाए, जिसका पाकिस्तान के पास कोई जवाब नहीं था. ”
उन्होंने आगे कहा कि, मुझे लगता है कि पाकिस्तान ने शुरूआत में गलती कर दी क्योंकि पिच से ज्यादा मदद मिली नहीं ऐसे में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी लेना था लेकिन अंत में ऐसा हुआ नहीं और उस दिन टीम इंडिया ने बेहतरीन प्रदर्शन किया.
भारत ने पहले बल्लेबाजी की और बोर्ड पर कुल 336 रन बनाए. रोहित शर्मा (140) और केएल राहुल (57) ने 136 रन की साझेदारी की. राहुल के आउट होने के बाद रोहित ने कोहली (77) के साथ मिलकर पाकिस्तानी गेंदबाजों को परेशान करना जारी रखा और भारत एक बड़ा कुल स्कोर करने में सफल रहा. ऐसे में पाकिस्तान बल्लेबाजी में ज्यादा कुछ कमाल नहीं कर पाया और टीम ये मैच डीएलएस के तहत 89 रनों से हार गई.