टीम इंडिया के WC से बाहर होने से PAK के पूर्व क्रिकेटर खुश, वकार यूनिस बोले- क्रिकेट जल्दी हिसाब चुकता कर देता है
वर्ल्ड कप के लीग स्टेज में न्यूज़ीलैंड और पाकिस्तान ने बराबर अंक जुटाए थे, लेकिन नेट रन रेट की वजह से न्यूज़ीलैंड सेमीफाइनल में पहुंच गया था. दरअसल लीग स्टेज में अगर भारत, इंग्लैंड की टीम से मैच जीत जाता तो इंंग्लैंड 10 अंक ही हासिल कर पाता और विश्व कप से बाहर हो जाता. लेकिन टीम इंडिया वो मैच हार गई और बाद में इंग्लैंड ने अपने आखिरी मुकाबले में न्यूज़ीलैंड को भी हरा दिया था. तभी ये विवाद शुरू हुआ था.
कराची: पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने गुरूवार को भारत के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हारकर विश्व कप से बाहर होने पर खुशी व्यक्त की. पूर्व पाकिस्तानी कप्तान और तेज गेंदबाज वकार यूनिस ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इसकी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि भारत इसी का हकदार था, जिससे उनका संदेह साफ झलक रहा था कि भारत ने पाकिस्तान को अंतिम चार में प्रवेश से रोकने के लिये इंग्लैंड के खिलाफ जानबूझकर लचर प्रदर्शन किया था.
वकार यूनिस ने ट्वीट किया, ‘‘क्रिकेट इतना क्रूर खेल है और बहुत जल्दी हिसाब चुकता कर देता है. जब आपको उम्मीद नहीं होती तो आपको झटका देता है. मैंने सबसे बड़ा सबक सीखा है कि कभी भी खेल के साथ खिलवाड़ मत करो.’’
Such a brutal game this Cricket and a great leveller... Bites you back when you are expecting the least #CWC19 I learnt a great lesson today “Never Abuse The Game” #INDvsNZL
— Waqar Younis (@waqyounis99) July 10, 2019
लीग चरण में भारत के इंग्लैंड से हारने के बाद पाकिस्तानी प्रशंसक और कुछ पूर्व खिलाड़ियों ने आरोप लगाया था कि उन्होंने यह जानबूझकर किया था, ताकि सुनिश्चित हो सके कि पाकिस्तान सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सके.
पूर्व टेस्ट खिलाड़ी जैसे सिकंदर बख्त, बासित अली और कुछ अन्य ने खुलेआम भारत पर यह आरोप लगाया था. बासित ने कहा, ‘‘कोई भी कुछ भी कहे, मैंने पहले ही कह दिया था कि भारत जानबूझकर इंग्लैंड और कुछ अन्य टीमों के खिलाफ खराब खेलेगा. यह बिलकुल ठीक इंसाफ है कि भारत आज वो मैच हार गया जो उसे आसानी से जीतना चाहिए था.’’
पूर्व पाकिस्तानी कप्तान राशिद लतीफ ने हालांकि कहा, ‘‘एक बार सेमीफाइन दो दिन तक खिंच जाता है तो दूसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाली टीम के लिए हमेशा मुश्किल हो जाती है. इसके अलावा हेनरी और बोल्ट ने कुछ खतरनाक गेंद फेंककर विकेट चटकाए.’’
पूर्व टेस्ट कप्तान मोईन खान को लगता है कि चौथे और पांचवें नंबर की बल्लेबाजी भारत के लिए एक समस्या बनी रही. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उनकी मुख्य समस्या चौथे और पांचवें नंबर की बल्लेबाजी रही और यह सेमीफाइनल में साफ दिखी. कितनी भी अच्छी टीम हो, उसका भी बुरा दिन आता है और दुर्भाग्य से भारत का शीर्ष क्रम सेमीफाइनल के दिन ही फ्लॉप हुआ.’’