फीफा वर्ल्ड कप में आज खेले गए दूसरे मुकाबले में फ्रांस ने पेरू को 1-0 से हराकर अंतिम 16 में जगह बना ली है. पहले दो मुकाबलों में मिली हार के साथ ही पेरू का इस वर्ल्ड कप में सफर खत्म हो गया है. फ्रांस के लिए 19 साल के कीलियन म्बाप्पे ने मैच का एकमात्र गोल किया.


यह फ्रांस की इस वर्ल्ड कप में लगातार दूसरी जीत है. उसने अपने पहले मैच में आस्ट्रेलिया को 2-1 से मात दी थी. दो मैचों में दो जीत के बाद 1998 की विश्व विजेता फ्रांस के छह अंक हो गए हैं और वह अंक तालिका में पहले स्थान पर है. अपने ग्रुप सी से अंतिम-16 में जाने वाली फ्रांस पहली टीम है. पेरू को अपने दोनों मैचों में हार मिली जिससे वो अगले दौर के रेस से बाहर हो गई है.


फ्रांस के लिए म्बाप्पे ने 34वें मिनट में गोल किया. वह इसी के साथ वर्ल्ड कप में अपने देश के लिए गोल करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं. म्बाप्पे की उम्र इस समय 19 साल 183 दिन है. उनसे पहले डेविड ट्रेजेगुएट ने 20 साल 246 दिन की उम्र में फ्रांस के लिए वर्ल्ड कप में गोल किया.


शुरुआत में पेरू रहा फ्रांस पर भारी


फ्रांस का डिफेंस पेरू के तमाम प्रयासों के बाद अपनी बढ़त को बनाए रखने में कामयाब रहा. पूरे मैच में दोनों टीमों के बीच अच्छी टक्कर देखी गई. पहले 10 मिनट सिर्फ पेरू हावी रही. सातवें मिनट में क्रिस्टिन कुएवा और पाउलो गुएरो ने पेरू के लिए मौका बनाया जिसे सैमुएल उमतिति ने अकेले रोक दिया.


12वें मिनट में फ्रांस के लिए पॉल पोग्बा ने 25 यार्ड से किक लगाई जो गोल पोस्ट में नहीं गई. 14वें मिनट में वाराने ने कॉर्नर पर एंटोनी ग्रीजमैन की किक से हेडर से नेट में डालने का प्रयास किया जिसे पेरू के डिफेंडर ने नकार दिया.


फ्रांस और पेरू ने अपनी कशिशें जारी रखीं. सफलता आखिरकार फ्रांस को मिली. म्बाप्पे ने फ्रांस को 1-0 से आगे कर दिया. ओलिवर जीरू ने पेरू के डिफेंस को भेदते हुए पेरू के गोलकीपर के ऊपर से गेंद म्बाप्पे को दी जिन्होंने खाली पड़े गोल में हल्के से गेंद को डाल अपनी टीम को बढ़त दिला दी.


दूसरे हाफ में नहीं हुआ कोई गोल


दूसरे हाफ में पेरू बराबरी की कोशिश में थी और 50वें मिनट में लगभग उसने बराबरी कर ही थी. प्रेडो एक्वीनो ने बॉक्स के बाहर मध्य से शानदार किक लगाई. गेंद नेट के अंदर जा ही रही थी लेकिन शायद पेरू की किस्मत में गोल नहीं था और गेंद पोल से टकरा कर बाहर चली गई.


68वें मिनट में भी पेरू किस्मत की बेरहमी से गोल करने से चूक गई. लुइस एडविनक्वेला ने बॉक्स के बाएं कोने से शॉट लिया जो गोलपोस्ट के ऊपरी हिस्से के काफी करीब से बाहर चला गया. पेरू ने दूसरे हाफ के अंत में गोल करने के काफी प्रयास करते हुए फ्रांस के डिफेंस की कड़ी परीक्षा ली जिसमें फ्रांस पास हो गई और पेरू को गोल के महरूम रखते हुए तीन अंक लिए.