नई दिल्ली: पहले सेट में पिछड़ने के बाद सिमोना हालेप ने शानदार वापसी करते हुए स्लोएने स्टीफेंस को फ्रेंच ओपन फाइनल में हराकर पहला ग्रैडस्लैम खिताब अपने नाम किया. दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी हालेप ने दो घंटे तीन मिनट तक चले मुकाबले में 3-6, 6-4, 6-1 से जीत दर्ज की. इससे पहले वह तीन ग्रैंडस्लैम में फाइनल में हार गई थी जिसमें दो बार रोलां गैरो पर मिली हार शामिल है.



वह 1978 में वर्जीनिया रुजिकि के बाद ग्रैंड स्लैम जीतने वाली रोमानिया की दूसरी महिला खिलाड़ी हैं, रुजिकि इस समय हालेप की कोच हैं. हालेप का यह कुल चौथा ग्रैंड स्लैम फाइनल था. उन्होंने इसी साल ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में भी जगह बनाई थी लेकिन डेनमार्क की कैरोलिना वोज्नियाकी से हार गईं थीं.





जीत के बाद उन्होंने कहा,‘‘पिछले गेम में मुझे लगा कि मैं सांस नहीं ले सकूंगी.’’ एक साल पहले येलेना ओस्टापेंको ने उन्हें यहां मात दी थी.


एक समय लग रहा था कि अमेरिकी ओपन चैम्पियन स्टीफेंस खिताब जीत लेगी जब वह 6-3 से पहला सेट जीतने के बाद दूसरे सेट में 2-0 से आगे थी लेकिन अमेरिका की दसवीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी पर थकान हावी हो गई.


हालेप ने आखिरी सेट में सिर्फ पांच सहज गलतियां की.


पहले सेट में स्टीफेंस हावी रही और महज 41 मिनट में उसने सेट जीत लिया. ऐसा लगने लगा था कि हालेप पहली बार सीधे सेटों में ग्रैंडस्लैम फाइनल हार जाएगी जब स्टीफेंस ने दूसरे सेट में चौथे ब्रेक प्वाइंट पर पहला गेम जीता.


हालेप ने इसके बाद 13 में से 12 अंक बनाकर मैच का पासा पलट दिया. उधर स्टीफेंस फोरहैंड पर लगातार गलतियां करती रहीं. हालेप ने दूसरा सेट जीतकर मैच को निर्णायक सेट तक खींचा जिसमें स्टीफेंस शुरू ही से दबाव में रही और वापसी नहीं कर पाई.