नई दिल्ली: भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर और वीवीएस लक्ष्मण सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा से जुड़े मुद्दे को बीसीसीआई द्वारा हैंडल करने के तरीके से हैरान हैं. दोनों खिलाड़ियों ने कहा है कि यहां कम्यूनिकेशन गैप के कारण समस्या हुई है जो बुरी बात है. आईपीएल के दौरान रोहित की मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या आई थी जिसके कारण वह आस्ट्रेलिया दौरे पर सीमित ओवरों की किसी भी टीम में नहीं चुने गए थे. 17 दिसंबर से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज में भी उनके खेलने पर संदेह है.


पहले वनडे की पूर्वसंध्या पर संवाददाता सम्मेलन में कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि टीम को रोहित की स्थिति के बारे में किसी तरह की जानकारी नहीं है. गंभीर ने स्टार स्पोट्स के शो पर कहा, "यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है.. क्योंकि वह कप्तान हैं. कोहली मीडिया में जाते हैं और कहते हैं कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. शायद इस पूरे मामले में तीन सबसे अहम लोग फिजियो, मुख्य कोच, चयन समिति के अध्यक्ष हैं. इसलिए इन सभी लोगों को एक ही मंच पर होना चाहिए और आपके मुख्य कोच को विराट कोहली को जानकारी देनी चाहिए थी. आप प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाकर यह कहते हो कि आपको जानकारी नहीं है, यह बेहद निराशाजनक है क्योंकि रोहित अहम खिलाड़ी हैं. साथ ही यहां अच्छा समन्वय और संयोजन हो सकता था जो दिख नहीं रहा है."


वहीं, 27 नवंबर को बीसीसीआई ने एक बयान जारी कर कहा था कि रोहित इस समय राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में हैं और वह टेस्ट सीरीज में हिस्सा ले पाते हैं या नहीं इस पर फैसला उनकी आने वाली जांचों पर निर्भर करेगा. लक्ष्मण ने कहा, "मुझे लगता है कि रोहित को चुना जाना चाहिए था. यह जो कम्यूनिकेशन गैप है या निराशाजनक है."


पूर्व बल्लेबाज ने कहा, "मैं हैरान हूं क्योंकि इस माहौल में जब आपके पास कई सारे व्हॉट्सएप ग्रुप, एसे में एक ग्रुप मेल होता है जो सभी पर जाता है. मैं इस बात को लेकर आश्वास्त हूं कि टीम प्रबंधन और चयन समिति के चेयरमैन और बीसीसीआई की मेडिकल टीम का एक ग्रुप होगा."


लक्ष्मण ने कहा कि दो सीनियर खिलाड़ी आपस में यह मामला सुलझा सकते थे. उन्होंने कहा, "आमतौर पर, टीम प्रबंधन को हर तरह की जानकारी दी जाती है और हर किसी को लूप में रखा जाता है. इसलिए मुझे समझ नहीं आता कि यह गैप कैसे हुआ. जहां तक इस मामले की बात है तो यह दो सीनियर खिलाड़ियों का मसला है."