(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
क्रिकेटर्स को कोरोना वायरस खतरे के साथ ही रहना होगा: गौतम गंभीर
गंभीर ने कहा कि खिलाड़ियों और अन्य सभी को भी इस वायरस के साथ जीने की जरूरत होगी, शायद उन्हें इसका आदी होना होगा कि एक वायरस है जो हमेशा रहेगा. वहीं उन्होंने लार के इस्तेमाल के विकल्प का समर्थन किया.
भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे में क्रिकेट के सभी टूर्नामेंट्स को रद्द कर दिया गया है. टी20 लीग आईपीएल की शुरूआत जहां 29 मार्च से होने वाली थी उसे भी निलंबित कर दिया गया है. इस बीच कई एक्सपर्ट्स का मानना था कि क्रिकेट को बंद दरवाजे के बीच शुरू किया जा सकता है तो वहीं शाइन के लिए उसपर वैक्स या किसी दूसरे प्रोडक्ट का इस्तेमाल किया जा सकता है. लेकिन अब टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने कहा है कि इस महामारी को देखते हुए क्रिकेटर्स को अब इसी के साथ रहना होगा.
गंभीर ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि काफी नियम और दिशानिर्देश बदलेंगे, आपको शायद गेंद पर लार के इस्तेमाल का विकल्प मिल सकता है, इसके अलावा मुझे नहीं लगता कि काफी बदलाव होंगे. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘खिलाड़ियों और अन्य सभी को भी इस वायरस के साथ जीने की जरूरत होगी, शायद उन्हें इसका आदी होना होगा कि एक वायरस है जो हमेशा रहेगा. खिलाड़ी इससे संक्रमित भी हो सकते हैं लेकिन आपको इसके साथ ही रहना होगा. ’’ क्रिकेट में हालांकि कुछ हद तक सामाजिक दूरी संभव है लेकिन अन्य खेलों में ऐसा करना मुश्किल होगा.
गंभीर ने कहा, ‘‘सामाजिक दूरी और अन्य नियम किसी भी खेल के लिये बरकरार रखने आसान नहीं होंगे. आप क्रिकेट में फिर भी ऐसा कर सकते हो लेकिन आप फुटबॉल, हॉकी और अन्य खेलों में यह कैसे करोगे? इसलिये मुझे लगता है कि आपको इसके साथ ही रहना होगा, और अगर आप इसे जल्दी स्वीकार कर लो तो बेहतर होगा. ’’