Coronavirus: गौतम गंभीर ने अपनी एक महीने की सैलरी के साथ डोनेट किया 1 करोड़ रूपये
गंभीर ने कहा कि यह एक ऐसा मुश्किल समय है, जब देश के सभी संसाधनों को कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ने की जरूरत है. मैं अपने एमपी फंड से एक करोड़ रुपये राहतकोष में देन का ऐलान करता हूं.
नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर और लोकसभा सांसद गौतम गंभीर ने एक बार फिर से कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ने और इससे प्रभावित लोगों की मदद के लिए एक करोड़ रुपये का दान देने का ऐलान किया है. इसके साथ उन्होंने अपने एक महीने का वेतन भी दान में देने की घोषणा की है. गौतम गंभीर के अलावा भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट उप्तान अजिंक्य रहाणे ने भी कोरोना की जंग में महाराष्ट्र मुख्यमंत्री राहत कोष में 10 लाख रुपये डोनेट किया है. इससे पहले सुरेश रैना, सचिन तेंदुलकर और दूसरे क्रिकेटर्स भी मदद कर चुके हैं.
It is time that all resources of the country be directed towards fighting COVID-19. Have released INR 1 Crore from my MP LAD fund towards relief efforts. Have also donated one month's salary towards the Central Relief Fund. United we stand!! @narendramodi @JPNadda @BJP4Delhi
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) March 28, 2020
गंभीर ने कहा है कि कोरोनावायरस की इस मुश्किल समय में इस बीमारी से लड़ने के लिए उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र के विकास योजना के लिए एक करोड़ रुपये जारी किए हैं. गंभीर कहा, फिलहाल जो देश के हालात हैं, उसमें सभी संसाधनों को कोविड-19 से लड़ने की कोशिश करनी चाहिए. मैंने अपने सांसद निधि फंड से राहत कोष में एक करोड़ रुपये दिए हैं और साथ ही अपनी एक महीने की सैलरी भी दान की है. गंभीर ने इससे पहले एक बयान में कहा था कि उनकी गौतम गंभीर फाउंडेशन गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए खाने का इंतजाम करा रही है जिनको कोराना वायरस के लॉकडाउन के चलते परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
इसके तहत गंभीर अपने संसदीय क्षेत्र में गरीब लोगों को फुड पैकेट बांट रहे हैं. गंभीर ने कहा कि उनकी फाउंडेशन ने गरीबों को बांटने के लिए 20000 फुड पैकेट तैयार किए है. पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज इससे पहले, दिल्ली सरकार को भी कोरोना से मदद के लिए 50 लाख रुपये जारी कर चुके हैं. गंभीर से पहले केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने भी अपने सांसद फंड से एक करोड रुपये जारी किए थे.
भारत में कोरोनावायरस के अब तक 819 मामले सामने आ चुके हैं जबकि 19 लोगों की मौत हो चुकी है.