लॉकडाउन के चलते 74 दिन तक मुंबई एयरपोर्ट पर फंसे रहे घाना के फुटबॉलर रैंडी जुआन मुलर को होटल भेज दिया गया है. अब वह उड़ान सेवाएं शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं ताकि अपने देश वापस जा सकें. मुलर केरल में एक क्लब के लिये खेलने भारत आए थे. इस दौरान एयरपोर्ट में मौजूद सुरक्षाकर्मियों और अन्य स्टाफ ने मुलर की मदद की.


एयरपोर्ट में किसी तरह गुजारा वक्त

23 साल के मुलर ने मदद के लिये शनिवार को महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे और युवा सेना के पदाधिकारी राहुल कनाल को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, 'धन्यवाद आदित्य ठाकरे, राहुल कनाल. आपका बहुत-बहुत शुक्रिया.'

केरल के एक क्लब के लिये खेलने आए मुलर को केन्या एयरवेज के विमान से अपने देश वापस जाना था, लेकिन लॉकडाउन लागू होने के बाद वह मुंबई हवाई अड्डे पर ही फंस गए. कनाल ने कहा, “वह हवाई अड्डे के आकर्षक कृत्रिम उद्यानों में अपना समय बिताते थे और किसी तरह स्टॉल से खाना खरीदते थे.”



एयरपोर्ट स्टाफ देता था समोसा-चटनी

कनाल ने बताया कि ये फुटबॉलर एयरपोर्ट के कर्मचारियों के साथ अपना समय गुजारते थे. मुलर ने बताया कि एयरपोर्ट के कर्मचारियों ने उनकी बहुत मदद की.

मुंबई मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक पैसे खत्म होने के बाद एयरपोर्ट स्टाफ उन्हें समोसा और चटनी देता था. साथ ही कई यात्रियों ने उन्हें अपनी ओर से किताबें भी दी और उनको पढ़कर वो अपना वक्त गुजार रहे थे.

इस बीच एक ट्विटर यूजर ने फुटबॉलर की दुर्दशा देखी और आदित्य ठाकरे का ध्यान इस ओर खींचा. इसके बाद कनाल ने उन्हें एक होटल पहुंचाने में मदद की.

ये भी पढ़ें

लगभग 4 महीनों के बाद चेन्नई वापस लौटे विश्वनाथन आनंद

IPL कॉन्ट्रैक्ट, इंडिया ए और दिल्ली टीम से बाहर होने के बाद मुझे लगा, मेरे कपड़े अलग हो गए: उन्मुक्त चंद