नई दिल्ली: कोरोना के चलते सभी क्रिकेटर्स आगे आ रहे हैं और इस वायरस से लड़ रहे लोगों की मदद के लिए जरूरी योगदान दे रहे हैं. ऐसे में साल 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में अपनी गेंदबाजी से टीम इंडिया को वर्ल्ड कप दिलाने वाले जोगिंदर शर्मा ने कहा है कि वो कोरोना के लिए अपनी हर मुमकिन सेवा कर रहे हैं. जोगिंदर पुलिस में डीएसपी की रैंक पर तैनात हैं और हाल ही में उनकी एक फोटो वायरल हुई थी जहां वो लोगों की सेवा करते नजर आए थे. ऐसे में अब उन्होंने बड़ा बयान दिया है. हिसार जिले में पुलिस उपाधीक्षक जोगिंदर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि लोग घरों में ही रहें और सराकार द्वारा लगाए गए 21 दिन के लॉकडाउन का पालन करें.


जोगिंदर ने अपनी ड्यूटी को लेकर कहा है कि, अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए उन्हें 24 घंटे सातों दिन उपलब्ध रहना पड़ता है. जोगिंदर ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, "मेरा दिन सुबह छह बजे से शुरू होता है. आज मैं सुबह नौ बजे से शुरू किया और अभी घर वापस आया (रात 8 बजे) लेकिन मुझे इमरजेंसी सेवाओं के लिए तैयार रहना होता है. इसलिए देखा जाए तो मैं 24 घंटे तैयार रहता हूं. मैं न नहीं कह सकता."


उन्होंने कहा, "मुझे जो एरिया देखने होते हैं वो हिसार के गांव हैं. अभी, इसमें चेक पोस्ट को देखना और न सिर्फ ट्रक तथा बस को निर्देश देना बल्कि आम आदमी को भी देखना शामिल होता है. एक आम संदेश यह होता है कि जब तक जरूरत न हो घरों से बाहर न निकलो. अगर कोई बिना कारण के बाहर है तो हम उन्हें कानून के मुताबिक सजा दे सकते हैं."


जोगिंदर ने 2007 टी-20 विश्व कप के फाइनल का आखिरी ओवर फेंका था और मिस्बाह को आउट कर टीम को खिताबी जीत दिलाई थी.