कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट का इंतजार
95 साल के बलबीर को पिछले साल सांस संबंधी तकलीफ के कारण कई हफ्ते चंडीगढ के पीजीआईएमईआर में बिताने पड़े थे. वर्ल्ड कप 1975 विजेता भारतीय टीम के डॉक्टर रहे बलबीर सीनियर के पारिवारिक डॉक्टर राजिंदर कालरा ने कहा,‘‘बलबीर को गुरूवार की रात 104 डिग्री बुखार था. पहले हमने उन्हें घर पर स्पंज बाथ दिया लेकिन उनकी तबीयत में सुधार नहीं होने पर हमने उन्हें पीजीआई चंडीगढ में भर्ती कराने की कोशिश की.’’
वह अभी आईसीयू में है लेकिन कल से बेहतर हैं
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन चूंकि पीजीआई चंडीगढ कोविड अस्पताल है तो आईसीयू में उन्हें दाखिल कराना मुश्किल था. इसके बाद उन्हें फोर्टिस ले जाया गया जहां वह पहले भी तीन चार बार रह चुके हैं. वह अभी आईसीयू में है लेकिन कल से बेहतर हैं. उनका कोविड-19 टेस्ट भी कराया गया और उसकी रिपोर्ट आना बाकी है.’’
बलबीर ने लंदन (1948), हेलसिंकी (1952) और मेलबर्न (1956) ओलंपिक में भारत के स्वर्ण पदक जीतने में अहम भूमिका निभाई थी. हेलसिंकी ओलंपिक में नीदरलैंड के खिलाफ 6.1 से मिली जीत में उन्होंने पांच गोल किए थे और यह रिकॉर्ड अभी भी बरकरार है. वह 1975 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय हॉकी टीम के मैनेजर भी रह चुके हैं.
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