नई दिल्ली: अर्जेंटीना ने ओडिशा हॉकी विश्व कप में गुरुवार को ग्रुप-ए के अपने पहले मैच में विजयी आगाज किया. कलिंगा स्टेडियम में खेले गए इस रोमांचक मैच में अर्जेंटीना ने स्पेन को 4-3 से हरा दिया. एनरीक गोंजालेज ने तीसरे ही मिनट में वर्ल्ड नम्बर-8 स्पेन के लिए पहला गोल कर उसका खाता खोला, लेकिन अगले ही मिनट में ऑगस्टिन माजिले ने गोल कर अर्जेंटीना का स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया. पहले क्वार्टर के आखिर में स्पेन ने एक बार फिर आगे बढ़ते हुए जोसेफ रोमेउ की ओर 14वें मिनट में किए गए गोल से 2-1 की बढ़त ली थी लेकिन ऑगस्टिन ने एक और गोल करते हुए फिर वर्ल्ड नम्बर-2 अर्जेटीना को 2-2 से बराबर कर दिया.


अर्जेंटीना ने पहले क्वार्टर के अतिरिक्त समय में गोंजालो पेलाट के गोल से स्पेन के खिलाफ 3-2 की बढ़त हासिल कर ली और इसे पहले हाफ के समापन तक बनाए रखा. स्पेन ने दूसरे हाफ में अच्छी शुरुआत करते हुए विसेंक रुइज की ओर से 35वें मिनट में किए गए गोल के साथ अर्जेटीना के खिलाफ 3-3 से स्कोर बराबर कर लिया.


गोंजालो ने 49वें मिनट में इस मैच में अपना दूसरा गोल करते हुए अर्जेटीना को स्पेन के खिलाफ 4-3 से आगे कर दिया. इस बढ़त को बनाए रख अर्जेटीना ने अंत में स्पेन के खिलाफ इसी स्कोर से जीत हासिल की. ग्रुप-ए में अब स्पेन का अगला मुकाबला तीन दिसम्बर को फ्रांस से और अर्जेंटीना का मुकाबला उसी दिन न्यूजीलैंड से होगा.


न्यूजीलैंड ने फ्रांस को 2-1 से हराया


केन रसेल और स्टीफन जेनेस द्वारा किए गए गोलों के दम पर न्यूजीलैंड ने गुरुवार को यहां कलिंगा स्टेडियम में खेले गए हॉकी विश्व कप के ग्रुप मैच में फ्रांस को 2-1 से मात दे टूर्नामेंट की शुरुआत जीत के साथ की है. रसेल ने 16वें मिनट में किवी टीम के लिए गोल किया तो वहीं 55वें मिनट में स्टीफन ने न्यूजीलैंड के लिए दूसरा गोल किया. आखिरी क्वार्टर में फ्रांस को तीन पेनाल्टी कॉर्नर भी मिले थे जिसमें से वह सिर्फ एक पर ही गोल कर पाई। उसके लिए यह गोल कप्तान विक्टर चाल्र्ट ने 59वें मिनट में किया.


किवी टीम ने मैच में आक्रामक शुरुआत की और शुरुआती मिनटों में फ्रांस के डिफेंस की कई बार परीक्षा ली. फ्रांस के खिलाड़ी हालांकि किसी तरह की जल्दबाजी में नहीं थे. उन्होंने धीरे-धीरे लय पकड़ी और पहले क्वार्टर के आखिरी में कुछ मौके बनाए. उसके पास गोल करने का मौका भी आया जो विफल रहा.


किवी टीम ने इस बीच अपनी लय नहीं खोई और दूसरे क्वार्टर के शुरुआत में ही वह गोल करने में सफल रही. दाएं फ्लैंक से किवी टीम के खिलाड़ी ने हवा में गेंद खेली जिसे रसेल ने कब्जे में ले बेहतरीन तरीके से नेट में डाल अपनी टीम को एक गोल से आगे कर दिया. यहां से फ्रांस सतर्क हो गई थी और अब उसके खिलाड़ी बराबरी के लिए उतावले दिख रहे थे. 19वें मिनट और 20वें मिनट में फ्रांस की आक्रमण पंक्ति ने मौके बनाए जिसे किवी टीम के मजबूत डिफेंस ने नकार दिया. दूसरे क्वार्टर में गोल करने में विफल रहने के बाद तीसरे क्वार्टर में फ्रांस के पास कई मौके आए लेकिन चाल्र्ट किसी भी मौके को गोल में नहीं बदल पाए. 37वें मिनट कप्तान चूक गए. 39वें मिनट में फ्रांस बराबरी के एक और मौके को जाया कर गई.


चौथे और आखिरी क्वार्टर में 52वें मिनट फ्रांस को लगातार दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले लेकिन दोनों पर ही चाल्र्ट गोल नहीं कर सके। वहीं फ्रांस के लगातार आक्रमण के बीच किसी तरह अपनी बढ़त को बनाए रख पाने में सफल रही किवी टीम के लिए स्टीफन ने दूसरा गोल कर काम आसान कर दिया. इस गोल के बाद उसके लिए आखिरी पांच मिनटों में बढ़त को बनाए रखना आसान हो गया था.


स्टीफन का यह गोल किवी टीम के लिए एक तरह से भाग्यशाली रहा क्योंकि अगर यह गोल नहीं होता तो 59वें मिनट में फ्रांस के कप्तान द्वारा पेनाल्टी कॉर्नर पर किए गए गोल के कारण मैच बराबरी पर खत्म हो जाता. चाल्र्ट का यह गोल हालांकि काफी देर से आया जो फ्रांस की हार का बड़ा कारण भी रहा.