नई दिल्ली: हॉकी विश्व कप के आठवें मैच में जर्मनी ने पाकिस्तान को 1-0 से मात दी है. यह मैच ओडिशा के कलिंगा स्टेडियम में खेला गया. दोनों टीमों ने अच्छा खेल खेला और मौके भी बनाए लेकिन एक अहम मौके पर मार्को ने शानदार फील्ड गोल कर जर्मनी को आगे कर दिया. इस गोल के बाद न पाकिस्तान बराबरी कर सकी और न ही जर्मनी दूसरा गोल दाग पाई. यह इन दोनों टीमों का साल 2013 के बाद से विश्व कप में तीसरा मैच था जिसमें जर्मनी 2-1 से आगे है.
जर्मनी ने मैच की शुरुआत में पाकिस्तान पर हावी होना शुरू कर दिया. क्रिस्टोफर रहर ने तीसरे मिनट में पाकिस्तान के घेरे में प्रवेश किया और शानदार मूव बनाया. हालांकि इमरान ने गेंद को डिफलेक्ट कर गोल नहीं होने दिया. इसके बाद पाकिस्तन ने 12वें मिनट में पहली बार जर्मनी के सर्किल में प्रवेश किया. रिजवान सीनियर के पास पर अली शान समय से नहीं पहुंच सके और पाकिस्तान के पास से एक अच्छा मौका चला गया. 14वें मिनट में एक और मौका पाकिस्तान को मिला लेकिन शॉट निशाने पर नहीं था.
दूसरे हाफ में जर्मनी और पाकिस्तान दोनों पहले से ज्यादा आक्रामक थी. इमरान ने 19वें मिनट में जर्मनी के डिफेंस किया जिसमें वह सफल रहा. एक मिनट बाद क्रिस्टोफर को ग्रीन कार्ड मिला. इस क्वार्टर में जर्मनी पाकिस्तान के डिफेंस के सामने कमजोर दिखी, हालांकि 24वें मिनट में किसी तरह वेलेन ने जर्मनी का खाता खोलने का प्रयास किया, लेकिन वह निशाना चूक गए. दूसरे क्वार्टर में भी गोल नहीं हो सका.
अभी तक शानदार प्रदर्शन करने वाला पाकिस्तान का डिफेंस 36वें मिनट में टूट गया और मार्को मिलकाउ ने जर्मनी के लिए गोल कर उसे 1-0 से आगे कर दिया. एक मिनट बाद ही पाकिस्तान के पास बराबरी का मौका आया. जुबेर को गोल पोस्ट के सामने गेंद मिली थी जिसे वह नियंत्रण में नहीं रख पाए.
40वें मिनट में जर्मनी को पेनाल्टी कॉर्नर मिला. इस पर मार्टिन हेनर गोल नहीं कर सके. किस्मत पाकिस्तान के पक्ष में दिख रही थी. 44वें मिनट में एजाज के पास गेंद तब पहुंची जब जर्मनी के सभी डिफेंडर मात खा चुके थे, लेकिन एजाज खुद गेंद के पास नहीं पहुंच सके.
जर्मनी ने 53वें मिनट में अपना दूसरा गोल कर दिया. जर्मनी को फ्री हिट मिली जिस पर गोल हो गया था, हालांकि पाकिस्तान ने इस पर रैफरल लिया जो उसके पक्ष में गया.
मैच का अंत समीप आते-आते पाकिस्तान बराबरी का गोल करने की तेजी में थी. इसी जल्दबाजी में मुहम्मद इरफान को 57वें मिनट में ग्रीन कार्ड मिला. अंत में जीत जर्मनी की हुई और पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा.