Hockey World Cup 2023: हॉकी विश्वकप 2023 का आगाज हो चुका है. इसमें भारत ने अपने पहले मुकाबले में स्पेन को 2-0 से हराया. टीम इंडिया ने राउरकेला में खेले गए मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज की. इस बार टूर्नामेंट में पाकिस्तान की टीम हिस्सा नहीं ले रही है. पाकिस्तान हॉकी विश्वकप के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाया था. पाकिस्तान हॉकी विश्वकप की सबसे सफल टीम रही है. लेकिन इससे जुड़ा एक दिलचस्प तथ्य यह है कि 1971 में पाकिस्तान विश्वकप की मेजबानी छीन ली गई थी.


दरअसल पहला हॉकी विश्वकप 1971 में स्पेन के बार्सीलोना में खेला गया. यह विश्वकप पाकिस्तान में होना था और उस वक्त हॉकी पर उसका दबदबा था. लेकिन पाकिस्तान की एक बचकानी हरकत ने उससे मेजबानी छीन ली. यह उसके लिए बेहद शर्मनाक रहा था. 


भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1971 में राजनीतिक तनाव चल रहा था. यह दौर दोनों ही देशों के लिए आसान नहीं रहा है. इस बीच विश्व हॉकी फेडरेशन ने पाकिस्तान के लाहौर में हॉकी विश्वकप आयोजित करने का फैसला लिया. जी न्यूज की अंग्रेजी वेबसाइट पर छपी एक खबर के मुताबिक पाकिस्तान के नेता जुल्फिकार अली भुट्टो ने विवादित बयान देकर सारा खेल बिगाड़ दिया. जुल्फिकार ने कहा था, ''अगर भारतीय टीम यहां (पाकिस्तान) विश्वकप खेलने आई तो मैदान में आग लगा दी जाएगी.'' 


जुल्फिकार के विवादित बयान के बाद विश्व हॉकी फेडरेशन ने कड़ा फैसला लिया. फेडरेशन ने विश्वकप की मेजबानी पाकिस्तान से छीन ली और इसका आयोजन स्पेन में करवाया गया. दिलचस्प बात यह रही कि पाकिस्तान 1971 में चैंपियन बना. इसके बाद उसने हॉकी विश्वकप 1978, 1982 और 1994 में भी खिताब जीता.


यह भी पढ़ें : World Cup 2023: टीम इंडिया ने खोज लिया है विश्वकप के लिए बड़ा हथियार, जानें कैसे विरोधी टीमों के लिए होगा घातक