भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई टीम को घर पर मिली हार ने कैसे बदल दिया जस्टिन लैंगर का कोचिंग करियर
इस सीरीज के बाद खिलाड़ियों ने लैंगर के नकारात्मक रवैये की शिकायत की थी वहीं उनकी पत्नी ने कहा था कि वह हंसना भूल गए हैं. लैंगर ने इसकी तुलना अपने खेलने वाले समय के उन दिनों से की है जब वह टीम से बाहर कर दिए गए थे.
नई दिल्ली: साल 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया को टीम इंडिया के खिलाफ मिली घरेलू सीरीज हार के बाद अब टीम के कोच जस्टिन लैंगर ने बड़ा खुलासा किया है. लैंगर ने कहा है कि इस हार ने उनकी आंखें खोल दी थी. साल 2018 के मई में लैंगर को ऑस्ट्रेलियाई टीम का कोच बनाया गया था. ऐसे में बॉल टेम्परिंग विवाद में स्मिथ और वॉर्नर पहले ही टीम से बाहर थे और इसी वक्त लैंगर पर दबाव भी था. टीम इंडिया ने इसी का फायदा उठाया और ऑस्ट्रेलियाई टीम को 2-1 से सीरीज मात देकर इतिहास रच दिया.
इस सीरीज के बाद खिलाड़ियों ने लैंगर के नकारात्मक रवैये की शिकायत की थी वहीं उनकी पत्नी ने कहा था कि वह हंसना भूल गए हैं. क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू लैंगर के हवाले से लिखा, "वह बहुत बड़ा झटका दिया था जिसने हमें जगा दिया था और मेरे जीवन का सबसे मुश्किल समय भी था."
उन्होंने कहा, "मैंने 10 साल में कभी शक नहीं किया. मैं जब पीछे मुड़कर देखता हूं तो लगता कि वो मेरे कोचिंग करियर को बनाने वाला समय था." लैंगर ने इसकी तुलना अपने खेलने वाले समय के उन दिनों से की है जब वह टीम से बाहर कर दिए गए थे, लेकिन बाद में लैंगर ने वापसी की और मैथ्यू हेडन के साथ आस्ट्रेलिया की सबसे सफल सलामी जोड़ी बने.
लैंगर ने कहा, "2001 में में 31 साल की उम्र में टीम से बाहर कर दिया गया था और मुझे लगा था कि यह मेरे करियर का अंत है, लेकिन वह मेरे क्रिकेटकर बने की शुरुआत थी. इन मुश्किल समय में आप क्या सीख सकते हो यह शानदार होता है."