BCCI कॉमेंट्री से निकाले गए संजय मांजरेकर का बड़ा बयान कहा- 'बोर्ड काम से खुश नहीं था'
मांजरेकर ने रविवार को कहा कि वह हमेशा कमेंट्री को सम्मान मानते आए हैं और पेशेवर होने के नाते इस फैसले को स्वीकार करते हैं.
नई दिल्ली: पूर्व भारतीय बल्लेबाज और कमेंटेटर संजय मांजरेकर को बीसीसीआई द्वारा कमेंट्री पैनल से हटाए जाने के बाद उन्होंने अब अपना बयान दिया है. एक ट्वीट में मांजरेकर ने कहा कि वो बीसीसीआई के इस फैसले को स्वीकार करते हैं. मांजरेकर ने कहा कि वो अपने इस काम को एक महान विशेषाधिकार की तरह लेते थे और अंत में मुझे इस नौकरी में रखने वाले जो चाहेंगे वो मुझे स्वीकार है.
I have always considered commentary as a great privilege, but never an entitlement. It is up to my employers whether they choose to have me or not & I will always respect that. Maybe BCCI has not been happy with my performance of late. I accept that as a professional.
— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) March 15, 2020
बता दें कि मांजरेकर हाल में कमेंट्री के दौरान अपने कुछ विचारों से विवादों में फंस गए और दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला के लिए उन्हें बीसीसीआई के कमेंट्री पैनल से हटा दिया गया. इसी वजह से भारत और साउथ अफ्रीका के बीच धर्मशाला में होने वाले पहले वनडे मैच के दौरान संजय मांजरेकर वहां मौजूद नहीं थे.
मांजरेकर ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि मैंने हमेशा ही कमेंट्री को सम्मान माना है लेकिन कभी मैंने खुद को इसका हकदार नहीं माना. इस 54 साल के पूर्व खिलाड़ी ने कहा कि यह मेरे नियोक्ता पर निर्भर है कि वे मुझे इस काम के लिए चुनते हैं या नहीं और मैं हमेशा ही इसका सम्मान करूंगा. शायद पिछले कुछ समय से बीसीसीआई मेरे काम से खुश नहीं था. बतौर पेशेवर मैं इसे स्वीकार करता हूं.
बता दें कि पिछले साल ही आईसीसी वर्ल्ड कप के दौरान मांजरेकर ऑल राउंडर रवींद्र जडेजा के साथ हुए विवाद के कारण चर्चा में आए थे.
उन्होंने जडेजा को 'टुकड़ों वाला क्रिकेटर' कह दिया था. इस पर जडेजा ने भी मांजेकर पर पलटवार करते हुए उनकी तीखी आलोचना की थी. वहीं मांजरेकर ने ‘पिंक टेस्ट’ के दौरान भी साथी कमेंटेटर हर्षा भोगले की काबिलियत पर सवाल उठाए, क्योंकि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं खेले थे जिसके बाद भी उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी.