नई दिल्ली: गोल्ड कोस्ट में हुए 2018 के 21 वें कॉमनवेल्थ खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया. भारतीय एथ्लीट्स ने अपने नाम कुल 66 मेडल किए तो वहीं भारतीय बैडमिंटन टीम का भी प्रदर्शन लाजवाब रहा. कॉमनवेल्थ खेलों में सिल्वर मेडल जीतकर संतोष करने वाली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पी. वी. सिंधु ने कहा कि हार की वजह से उनका आत्मिश्वास कम नहीं हुआ है और वह एक बार फिर अपने अगले मुकाबले के लिए तैयार हैं. रियो ओलंपिक की सिल्वर मेडल विजेता सिंधु को 21 वें कॉमनवेल्थ खेलों में महिला एकल वर्ग के फाइनल में हमवतन सायना नेहवाल के हाथों हारकर सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा था.

गेटोरेड ने बनाया अपना ब्रॉंड एम्बेसेडर

पी.वी. सिंधु मेडल जीतकर घर लौट चुकी है तो वहीं स्पर्ट्स ड्रिंक गेटोरेड ने उन्हें अपना ब्रांड एम्बेसेडर नियुक्त कर दिया है.

सिंधु ने लिखा,, " इस मुकाबले में मैंने अपना सब कुछ झोंक दिया था. लेकिन एक और हार, हालांकि आगे अभी बहुत कुछ बाकी है. मैं एक बार फिर से अपने अगले मुकाबले को समाप्त करने और इसे जीतने के लिए तैयार हूं. यह मेरी यात्रा है, एक खिलाड़ी की यात्रा है."




गोल्ड के लिए कड़ी मेहनत करूंगी: सिंधु

सिधु ने कहा, " राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय दल का ध्वजवाहक होने से मेरे ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी थी और मुझसे करोड़ों लोगों की उम्मीदें थी. मैंने जो भी कदम उठाया, उससे मुझे पता था कि यह मेरी कौशल , सहनशक्ति और मेरी भावनाओं को एकजुट करने का समय है."

भातीय शटलर का मानना है कि आपको अपने सपने के रास्ते में कुछ भी बाधा नहीं बनने देना चाहिए.




ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधु ने कहा," जब पसीना निकलना आम बात हो तो जीत एक आदत बन जाती है. इसलिए मेरे सभी देशवासियों, महिलाओं, प्रशंसकों, शुभचिंतक और बैडमिंटन प्रेमियों, मुझे उम्मीद है कि गेटोरेड के साथ मेरी यात्रा जारी रहेगी और देश के लिए स्वर्ण जीतने के लिए मैं अपना पसीना बहाती रहूंगी."