(Source: Matrize)
साल 2006 टेस्ट में जब इरफान पठान ने धोनी से कहा- मैं अख्तर को स्लेज करूंगा, तुम बस हंसते रहना
इरफान पठान ने साल 2006 टेस्ट में धोनी ने साथ मिलकर अख्तर को स्लेज किया था. इस दौरान दोनों खिलाड़ी अख्तर का स्पेल खेलने में कामयाब रहे और अंत में ये टेस्ट ड्रॉ हो गया. इस मैच में धोनी ने अपना पहला टेस्ट शतक मारा था.
पूर्व भारतीय पेसर इरफान पठान ने महेंद्र सिंह धोनी के साथ अपनी साझेदारी को लेकर खुलासा किया है. साल 2006 में फैसलाबाद टेस्ट के दौरान धोनी ने अपना पहला टेस्ट शतक जड़ा था. पठान उस दौरान बीच में आए जब टीम इंडिया ने 281 के स्कोर पर 5 विकेट गंवा दिए थे. यहां पहले इनिंग्स में पाकिस्तान ने 588 रनों की पारी खेली. पठान और धोनी ने इस दौरान 210 रनों की साझेदारी की और मैच को बचाया. ऐसे में टीम इंडिया ने पहले इनिंग्स में 603 रन बनाए. हाल ही में दिए गए इंटरव्यू में पठान ने कहा था कि कैसे धोनी और पठान के बीच शुरूआती साझेदारी के दौरान दोनों खिलाड़ियों को अख्तर ने परेशान किया था.
एक इंटरव्यू के दौरान पठान ने कहा कि कैसे उन्होंने धोनी के साथ मिलकर अपनी बल्लेबाजी के दौरान अख्तर को स्लेज किया था. जब मैं बल्लेबाजी के लिए बाहर आ रहा था, अख्तर उस दौरान 150-160 किमी की रफ्तार से गेंद फेंक रहे थे. मैंने जाकर धोनी के साथ बल्लेबाजी करनी शुरू की और उनसे पूछा कि पिच कैसी है. इसपर धोनी ने कहा कि, ज्यादा कुछ नहीं बस तुम बल्लेबाजी करो.
'इसके बाद मैंने अख्तर की पहली गेंद खेली और वो बाउंसर निकली. इसके बाद मुझे लगातार बाउंसर मिलते रहे. कुछ हद तक हम उनकी गेंदों को खेलने में सक्षम रहे. हमने साझेदारी बनाई लेकिन एक बार फिर अख्तर गेंदबाजी के लिए आ गए.'
इरफान ने आगे कहा कि, अख्तर स्लेज कर रहे थे और हमारी साझेदारी को तोड़ना चाहते थे. मैंने धोनी से कहा कि, मैं अख्तर को स्लेज करूंगा तुम बस मुझे देखते रहना. धोनी इस बात को मान गए और फिर हमने ऐसा करना शुरू कर दिया. इसके बाद मैंने अख्तर से कहा कि, क्या तुम अगले स्पेल में भी ठीक इसी तरह से गेंदबाजी करोगे? अख्तर ने गुस्से में जवाब दिया, तुम बहुत बात करते हो. मैं तुम्हें यहां से हटा दूंगा. इसके बाद मैंने कहा, तुम ऐसा कर नहीं पाओगे. मैं भी एक सच्चा पठान हूं. तुम बस गेंदबाजी करो और बात मत करो.
अगली ही गेंद मुझे बाउंसर मिली जिसके लिए मैं तैयार था. मैंने उसे छोड़ दी. इसके बाद उन्होंने शार्ट गेंदे डालनी शुरू कर दी. मैंने फिर देखा अख्तर वहीं हैं. इसके बाद मैंने कहा- पाजी, पिच थोड़ी गिली लग रही है, आपको और शार्ट डालना होगा. इसके बाद वो और गुस्से हो गए. ऐसे में हम उनका स्पेल खेलने में कामयाब रहे. अख्तर के स्पेल के बाद हमारे लिए बल्लेबाजी करना आसान हो गया. अंत में हमने टेस्ट मैच बचा लिया और ये मैच ड्रॉ हो गया.