(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मैं सचिन सर की तरह खेलना पसंद करता हूं, उन्होंने मुझे ग्रिप न बदलने की सलाह दी थी: पृथ्वी शॉ
पृथ्वी शॉ ने कहा कि सचिन क्रिकेट के भगवान हैं और उन्हें उनसे काफी कुछ सीखने को मिला है. वहीं सचिन ने एक बार उन्हें कहा था कि वो अपना ग्रिप न बदलें जिससे शॉ को करियर में काफी मदद भी मिली.
नई दिल्ली: टीम इंडिया के युवा ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने अपने आइडल सचिन तेंदुलकर को लेकर कहा कि, सचिन ने हमेशा से ही उन्हें कहा है कि वो अपना नेचुरल गेम खेंलें और मैदान पर शांत रहें. इंडियन प्रीमियर लीग के फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के साथ इंस्टाग्राम चैट के दौरान 20 साल के इस युवा खिलाड़ी ने इन बातों का खुलासा किया. पृथ्वी शॉ अपने डेब्यू में टेस्ट शतक मारने वाले भारत के सबसे युवा बल्लेबाज हैं.
शॉ को हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में रोहित शर्मा की जगह लिया गया था. रोहित चोट के कारण बाहर थे. शॉ ने बताया कि सचिन ने उनसे कहा था कि वो कभी भी अपना ग्रिप न बदलें. शॉ ने आगे कहा कि "मैं लोवर हैंड को ज्यादा इस्तेमाल करने वाला खिलाड़ी हूं और सचिन सर ने मुझसे मेरी ग्रिप न बदलने को कहा था. मैं युवा था और ट्रेनर्स की सलाह पर ग्रिप बदलता था, लेकिन सचिन सर के कहने के बाद मैंने ऐसा नहीं किया."
अक्सर शॉ की तुलना सचिन से की जाती है. इस तुलना पर शॉ ने कहा, "जब लोग मेरी तुलना उनसे करते हैं तो दबाव बढ़ता है, लेकिन मैं इसे चुनौती की तरह लेता हूं. मैं उनकी तरह खेलने की कोशिश करता हूं. वह क्रिकेट के भगवान हैं."
क्रिकेट के अलावा बाकी के अन्य पसंदीदा खेलों के बारे में शॉ ने कहा, "मैं गोल्फ, टेबल टेनिस खेलता हूं और तैराकी करता हूं." कोविड-19 के कारण लागू बंद में शॉ ने फिट रहने की अहमियत पर भी जोर दिया. बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली बीते साल कैपिटल्स के मेंटॉर थे. उनके साथ समय बिताने को लेकर शॉ ने कहा, "उनके साथ शानदार अनुभव मिला और उन्होंने मेरी काफी मदद की, क्योंकि वह जानते हैं कि युवाओं को कैसे मोटिवेट करना है. यह शानदार अनुभव था."
शॉ से जब अपना पसंदीदा सलामी जोड़ीदार पूछा गया तो उन्होंने कहा, "शिखर धवन क्योंकि मैंने अधिकतर समय उनके साथ ही पारी की शुरुआत की है."