World Cup 2019: दुनिया के नंबर एक फिनिशर महेंद्र सिंह धोनी अब अपनी स्लो बैटिंग को लेकर चर्चा में है. लोग धीमी गति से बल्लेबाजी करने को लेकर उनकी आलोचना कर रहे हैं. एक वक्त था जब धोनी तेज गति से रन बनाते थे. फैन्स उनकी बल्लेबाजी देखकर कहते थे ''माही मार रहा है''.


दरअसल धोनी आखिरी ओवरों में बल्लेबाजी के लिए आते हैं उस वक्त टीम को तेज गति से रनों की जरुरत होती है. धोनी इस विश्वकप में तेजी से रन बनाने में नाकाम रहे हैं और उनका स्ट्राइक रेट उनके अंदाज को परिभाषित नहीं कर रहा है. लोग अब कहने लगे हैं कि वह सुपर फिनिशर से स्लो फिनिशर बन गए है. साथ ही कई फैन्स निराश होकर उनको रिटायर होने की भी सलाह दे रहे हैं.


जानिए कैसा रहा इस विश्व कप में धोनी प्रदर्शन


बांग्लादेश के खिलाफ धोनी ने 33 गेंद में 35 रन की पारी खेली. वहीं इससे पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ धोनी ने 61 गेंद पर 56 रन, अफगानिस्तान के खिलाफ 52 गेंद पर 28 रन, पाकिस्तान के खिलाफ धोनी 2 गेंद पर 1 रन और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 46 गेंद में 34 रन ही बना पाए हैं. इसे देखकर साफ पता चलता है कि धोनी अपने असली अंदाज में बल्लेबाजी नहीं कर पा रहे हैं.


विश्व कप में अभी भी टीम इंडिया को तीन मैच और खेलना है अगर वह फाइनल तक पहुंचती है. बचे हुए मैचों में धोनी बतौर फिनिशर अपनी जिम्मेदारी निभाकर आलोचकों का मुंह बंद कर सकते हैं. लेकिन अगर धोनी बाकी बचे मैच में भी अपना प्रदर्शन सुधारने में कामयाब नहीं हुए तो उनके सन्यास पर एक बार फिर चर्चा शुरू हो जाएगी.


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