नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) 2023 विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप से चार दिन के टेस्ट मैच लाने पर विचार कर रही है. वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक आईसीसी के पास टूर्नामेंट के लिए जगह बनाने संबंधी मांगे आ रही है, जिसमें घरेलू टी-20 लीगों का प्रचार, बीसीसीआई द्वारा द्वीपक्षीय कैलेंडर के लिए जगह और टेस्ट सीरीज की लागत, इस तरह के मुद्दे हैं जो चार दिन के टेस्ट मैच को लाने के कदम को हवा दे रहे हैं.


क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी केविन रोबटर्स ने एसईएन रेडियो से कहा, "यह इस तरह की चीज हैं जिसके बारे में हमें गंभीरता से सोचना चाहिए." उन्होंने कहा, "इसके बारे में भावनाओं में बहकर सोचा नहीं जा सकता बल्कि तथ्यों के आधार पर इस पर विचार करना चाहिए. हमें देखना होगा कि पिछले पांच-दस वर्षो में समय और ओवरों के हिसाब से टेस्ट मैच की औसत उम्र कितनी होती है."


उन्होंने कहा, "हमें इसे बेहद सावधानी से देखना होगा. हमे अगले 12 से 18 महीनों के बीच यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि हम 2023 से 2031 तक के कैलेंडर को तैयार कर लें. हम आईसीसी के सदस्यों के साथ इस पर काम कर रहे हैं और हर कोई यह कह रहा है कि यह आसान नहीं है, लेकिन हम इसे अलग तरीके से देख रहे हैं, हम इसे लेकर प्रतिबद्ध हैं."


वहीं क्रिकेटर कह रहे हैं कि चार दिन के टेस्ट मैच किसी युवा खिलाड़ी के लिए पांच दिन के टेस्ट मैच की तैयारी के लिए एक मंच होता है. ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान टिम पेन ने इस पर अपने विचार साझा किए हैं. उन्होंने कहा, "अगर ऐसा होता है तो हो सकता है कि हमें एशेज में परिणाम न मिले क्योंकि वहां लगभग हर मैच पांच दिन तक जाता है."


उन्होंने कहा, "टेस्ट क्रिकेट के साथ यह अंतर है, पांच दिन का टेस्ट मैच , मानसिक तौर पर, शारीरिक तौर पर मुश्किल होता है और यह चार दिन के टेस्ट मैच से ज्यादा खिलाड़ी की परीक्षा लेता है. मुझे लगता है कि यह इसलिए बनाया गया था, मुझे उम्मीद है कि यह इसी तरह रहेगा."


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