U19 CWC Final: फाइनल में भारतीय खिलाड़ियों से भिड़े बांग्लादेशी प्लेयर, कप्तान अकबर अली ने जताया अफसोस
बांग्लादेश के कप्तान ने अपनी टीम के खिलड़ियों द्वारा प्रदर्शित आक्रमकता पर अफसोस जताते हुए कहा, जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था.
ICC U19 WC: बांग्लादेश ने सेनवेस पार्क मैदान पर खेले गए आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में रविवार को मौजूदा चैंपियन भारत को डकवर्थ लुइस नियम के तहत तीन विकेट से हराकर पहली बार चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया. बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए चार बार की चैंपियन भारत को 47.2 ओवर में 177 रन पर ऑलआउट कर दिया और फिर 23 गेंद शेष रहते डकवर्थ लुइस नियम के तहत सात विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया.
भारत के 178 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश ने जब 41 ओवर में सात विकेट पर 163 रन बना लिए थे तब बारिश के कारण खेल रोकना पड़ा. मैच दोबारा शुरू होने पर बांग्लादेश को 46 ओवर में 170 रन का लक्ष्य मिला जो उसने 42.1 ओवर में सात विकेट पर 170 रन बनाकर हासिल कर लिया. बांग्लादेश के कप्तान अकबर अली ने 77 गेंद में चार चौकों और एक छक्के से नाबाद 43 रन की पारी खेली. सलामी बल्लेबाज परवेज हुसैन इमोन ने पैर में जकड़न से परेशान होने के बावजूद 47 रन बनाए.
बांग्लादेश के कप्तान ने जताया अफसोस
फाइनल मैच के दैरान खिलाड़ियों के बीच बहस और हल्की झड़प भी देखने को मिली. अकबर अली ने अपनी टीम के खिलड़ियों द्वारा प्रदर्शित आक्रमकता पर अफसोस जताते हुए कहा कि जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था. मैच के दौरान अपने तेज गेंदबाज शोरीफुल इस्लाम के लिए फील्डिंग करते हुए बांग्लादेश के खिलाड़ी कुछ ज्यादा ही आक्रमकता दिखा रहे थे और हर गेंद के बाद भारतीय बल्लेबाज को कुछ ना कुछ टिप्पणी कर रहे थे. यहां तक कि बांग्लादेश के जीत के करीब पहुंचने के बाद भी इस्लाम को कैमरे के सामने टिप्पणी करते देखे गए.
मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बांग्लादेशी कप्तान अकबर ने कहा, ''हमारे कुछ गेंदबाज भावावेश में थे और ज्यादा उत्साहित हो गए थे. मैच के बाद जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है. मैं भारत को बधाई देना चाहूंगा.'' अकबर ने कहा, ''यह सपना पूरा होने जैसा है. हमने पिछले दो साल में बहुत मेहनत की है और यह उसी का नतीजा है.''
बांग्लादेश किसी भी स्तर पर पहली बार आईसीसी विश्व कप जीतने में कामयाब रहा है. वहीं, भारत का रिकॉर्ड पांचवीं बार चैंपियन बनने का सपना टूट गया. भारत ने इससे पहले 2000, 2008, 2012 और 2018 में यह खिताब अपने नाम किया था. भारत को तीसरी बार उपविजेता से संतोष करना पड़ा है. इससे पहले उसे 2006 और 2016 में फाइनल में हारकर उपविजेता से संतोष करना पड़ा था.
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