Ideas of India 2023: भारत की पूर्व ट्रैक एंड फील्ड एथलीट अश्विनी नाचप्पा ने एबीपी न्यूज के खास कार्यक्रम आइडियाज ऑफ इंडिया समिट में पहुंची. इस कार्यक्रम ने उन्होंने अपने खेल की शुरुआत, शोषण और अपने करियर को लेकर कई बड़ी बाते कहीं. अश्विनी ने यह भी कहा कि आज हम यहां जिस मुकाम पर पहुंचे हैं. वह फेडरेशन के सपोर्ट से नहीं पहुंचे. हम परिवार के सपोर्ट से आज यहां पहुंचे हैं.
अश्विनी ने कही बड़ी बातें
अश्विनी नाचप्पा ने खिलाड़ियों के शोषण और उनपर इसके कारण होने वाले मेंटल प्रेशर पर भी खुलकर बात रखीं. उन्होंने कहा कि ‘पिछले 6 से 7 दशक में खेल फेडरेशन को नेताओं द्वारा हैंडल किया गया है. हालांकि अब इसमें पहले से काफी बदलाव हुआ है. हमारे समय में इस पर कोई नहीं बोलता था न हमें अपने खेल के करियर के दौरान कोई फैसिलिटी मिलती थी. हमारे यहां सबकुछ कंट्रोल किया जाता है’.
अश्विनी ने यह भी कहा कि ‘आज हम जिस भी मुकाम पर पहुंचे हैं. वह अपने परिवार के कारण पहुंचे हैं. मैं एक मिडिल क्लास फैमिली से आती हूं. मैंने फील्ड पर घंटों मेहनत की है’. वहीं उन्होंने अपने फेवरेट खेल के बारे में बताया कि ‘मुझे स्कूल के दिनों में हॉकी खेलना पसंद था. उस समय मैं हॉकी खेलती भी थी. हालांकि अब मुझे गोल्फ खेलना काफी पसंद है’. अश्विनी से जब उनकी फेवरेट फिल्म के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि गोल मूवी मुझे काफी पसंद आई.
शानदार रहा है नाचप्पा का करियर
अश्विनी नाचप्पा की करियर की बात करें तो उनका करियर काफी शानदार रहा है. उन्होंने 1984 साउथ एशियन फेडरेशन गेम्स में दो सिल्वर मेडल, 1986 में दो सिल्वर मेडल, 1988 में तीन गोल्ड मेडल अपने नाम किया है. वहीं उन्होंने साल 1980 में भारत की स्टार धावक पीटी उषा को दो बार हराया था. उन्होंने फ्लोजो के नाम से भी जाना जाता हैं. वहीं भारत सरकार उन्हें अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित कर चुकी है.
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