Ideas of India: आज एबीपी ने एक शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसका आइडिया ऑफ इंडिया सम्मिट 2023 है. इस कार्यक्रम में भारत के कई नामी लोगों ने बेबाक तरीके से अपनी बातें रखी है. इनमें अभिनेता, अभिनेत्री, नेता, स्पोर्ट्स पर्सन समेत कई कैटेगरियों के लोगों ने हिस्सा लिया और इंटरव्यू में काफी अच्छी तरीके से अपने कई सवालों के जवाब दिए. उन्हीं में से एक मेहमान का नाम विनेश फोगाट हैं, जो भारत की एक अंतरराष्ट्रीय रेसलर हैं. 


28 वर्षीय विनेश हरियाणा के भिवानी की रहने वाली हैं. अर्जुल अवॉर्ड जीतने वाली विनेश एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली महिला भारतीय पहलवान हैं. इसके अलावा विनेश वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में ब्राउंज मेडल जीतकर टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफाइ करने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान भी बनीं. दो बार ओलंपिक में भाग लेने वाली विनेश ने कॉमनवेल्थ गेम्स में भी 2 गोल्ड मेडल भारत को दिलाए थे. आज उन्होंने एबीपी के खास कार्यक्रम में भाग लिया और कई मुद्दों पर खुलकर बात की.


सबसे बड़े मुद्दे पर बोली विनेश


आइडिया ऑफ इंडिया सम्मिट 2023 में हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट ने अपनी बात की शुरुआत रेसलिंग फेडरेशन पर लगाए गए सेक्सुएल मिसकंडेक्ट से की. उन्होंने कहा कि हमारा समाज एक पुरुष प्रधान समाज है और यहां महिलाओं की समस्या कोई जल्दी सुनता नहीं है. हमने हरियाणा में रेसलिंग के अलावा कुछ किया नहीं है, तो मैं सोचती हूं कि मैं तो इस गंदे माहौल में किसी तरह आगे बढ़ गई और आज जिंदा भी हूं, लेकिन बाकी लड़कियों के लिए कौन सोच रहा है. विनेश ने आगे कहा कि, मुझे जुनियर लड़कियों ने कहा कि दीदी आपका इतना बड़ा नाम है और इस मुद्दे को उठाएंगे तो लोग सुनेंगे, और इसलिए मैंने इस गंभीर मुद्दे को सबके सामने उठाया है. 


कोचिंग का स्टाइल बदलना होगा


विनेश ने कहा कि फीमेल स्पोर्ट्स के एडमिनिस्ट्रेशन में बदलाव करना बेहद जरूरी है. हमारे रेसलिंग फेडरेशन में एक अच्छा स्पोर्टिंग मैनेजमेंट होना चाहिए, जो खिलाड़ियों की अच्छी देखभाल कर सके. इसके अलावा विनेश ने कहा कि, हम ओलंपिक में जाते हैं, लेकिन हमें कोचिंग देने वाले स्टेट लेवल के पूर्व खिलाड़ी होते हैं. उनकी जगह अगर अच्छे अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोच कोचिंग देंगे तो खेल में महिलाओं काफी आगे बढ़ेंगी, लेकिन फेडरेशन ऐसा करना ही नहीं चाहती है.


टेनिस खेलनी चाहती थी विनेश


विनेश ने बताया कि उन्हें शुरू में रेसलिंग का बिल्कुल शौक नहीं था. उन्हें मां-बाप ने जबरदस्ती रेसलिंग के लिए फोर्स किया था. वह बचपन में टेनिस प्लेयर बनना चाहती थी और सानिया मिर्जा की बहुत बड़ी फैन थी. वह उनकी तस्वीरें देखकर, उनका खेल देखकर ही स्पोर्ट्स में आना चाहती थी.


स्पोर्ट्स पर बेस कौनसी मूवी पसंद है


विनेश से जब पूछा गया कि उन्हें खेल पर बेस्ड सबसे पसंदीदा फिल्म कौनसी लगती है. विनेश ने कहा कि उन्हें सबसे अच्छी फिल्म चक डे इंडिया लगती है और उसके बाद मेरी कॉम. उसके बाद विनेश से जब दंगल के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि दंगल उन्हें इसलिए अच्छी नहीं लगती क्योंकि जो और जितना संघर्ष हमने असल में किया है, वो तो उसमें दिखाया ही नहीं गया है.


यह भी पढ़ें: Ideas of India Summit में बोलीं अश्विनी नाचप्पा, फेडरेशन नहीं परिवार के सपोर्ट के कारण हम यहां पहुंचे