जब धोनी ने लगाई थी शमी की क्लास, कहा- देख बेटा, बहुत आए मेरे सामने और खेलकर चले गए
शमी ने बताया कि एक गलत गेंद करने के कारण धोनी ने मेरे पास आकर कहा था कि, मेरे सामने कई आए और गए. मैं तेरा सीनियर हूं और मुझे कभी बेवकूफ मत बनाना. धोनी ने शमी को ये सभी बातें गुस्से में कही थी.
एमएस धोनी के पास अपने साथियों को यह बताने का अनोखा तरीका होता है कि वे कब अपने प्लान से भटक रहे हैं. धोनी उन लोगों में से नहीं हैं, जो टीम के साथी पर गुस्से कर चिल्लाते हैं. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि टीम इंडिया के क्रिकटर्स गलती कर बच जाते हैं. टीम इंडिया के गेंदबाज मोहम्मद शमी ने एक ऐसी घटना का खुलासा किया, जब धोनी ने भारत के न्यूजीलैंड दौरे में 2014 में एक बिना जरूरत के बाउंसर फेंकने पर उनकी खिंचाई की थी.
शमी ने हाल ही में एक इंस्टाग्राम सेशन में अपने बंगाल टीम के साथी मनोज तिवारी को 2014 में वेलिंगटन में दूसरे भारत बनाम न्यूजीलैंड टेस्ट मैच के दौरान की एक घटना सुनाई. तिवारी ने शमी से पूछा कि क्या उन्हें कभी क्रिकेट के मैदान पर पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी द्वारा फटकार लगाई गई है. फिर शमी ने वेलिंगटन टेस्ट का पूरा ब्यौरा दिया जहां न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रेंडन मैकुलम के सर्वोच्च स्कोर 302 के लिए याद किया जाता है.
शमी ने कहा कि मैकुलम का कैच विराट ने 14 रनों पर छोड़ दिया था. जिसका भारत को अगले दिन भारी कीमत चुकानी पड़ी थी. क्योंकि वहां मैकुलम ने तीहरा शतक जड़ दिया था. शमी पहले से ही निराश थे जिसके बाद एक बार फिर एक और खिलाड़ी ने मैकुलम का कैच छोड़ दिया. अब शमी ने सीधे मैकुलम को बाउंसर डाला जो धोनी के सिर के ऊपर से होती हुई चौके के लिए चली गई.
शमी ने आगे कहा कि, इसके बाद माही भाई मेरे पास आए और उन्होंने मुझसे पूछा कि ऐसा गेंद क्यों किया. मैंने जवाब दिया कि वो गेंद मेरे हाथ से फिसल गई थी. इसके बाद धोनी ने मुझे कहा कि, ''देख बेटा, बहुत लोग आए मेरे सामने. बहुत लोग खेलकर चले भी गए. झूठ मत बोल. उन्होंने मुझे गुस्से में ये कहा था. इसके बाद उन्होंने कहा कि, '' बेटा तुम्हारे सीनियर कप्तान हैं हम. ये बेवकूफ किसी और को बनाना.''
बता दें कि शमी ने धोनी के साथ काफी क्रिकेट खेला है और ऐसे में उन्होंने कहा कि आप माही भाई के साथ जितना खेलोगे उतना ही सीखोगो.