एडिलेड ओवल मैदान पर खेले जा रहे डे-नाइट टेस्ट में टीम इंडिया ने दूसरे दिन अपनी स्थिति बेहद मजबूत कर ली है. लेकिन कप्तान विराट कोहली के लिए भारतीय फील्डिंग चिंता का सबसे बड़ा सबब बनकर उभरी है. दूसरे दिन शुक्रवार को भारतीय फील्डरों ने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के कई कैच छोड़े. भारतीय गेंदबाजों ने आस्ट्रेलिया को पहली पारी में 192 रनों पर ढेर दिया लेकिन यह स्कोर और कम हो सकता, अगर भारतीय फील्डर कैच पकड़ लेते तो. भारतीय फील्डरों ने चार कैच गिराए.


आस्ट्रेलिया की तरफ से कप्तान टिम पेन ने नाबाद 73 रन बनाए. पेन को भी जीवनदान मिला. 55वें ओवर की पांचवीं गेंद पर बुमराह की बाउंसर को पेन ने स्कावयर लेग की तरफ खेला जहां खड़े मयंक अग्रवाल ने उनका कैच छोड़ दिया.


इसके बाद 59वें ओवर की आखिरी गेंद पर विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने मिशेल स्टार्क का कैच छोड़ दिया, हालांकि यह कैच काफी मुश्किल था. गेंदबाज बुमराह ही थे जिनकी बाउंसर स्टार्क के बल्ले का ऊपरी किनारा ले हवा में गई. साहा पीछे दौड़े लेकिन गेंद को जज नहीं कर पाए और कैच छूट गया.


लाबुशेन को मिले कई जीवनदान


पेन के बाद आस्ट्रेलिया के सर्वोच्च स्कोर मार्नस लाबुशैन रहे जिन्होंने 47 रन बनाए, लेकिन लाबुशैन को 12 और 21 रनों के निजी स्कोर पर दो जीवनदान मिले. दिन के पहले सत्र में मोहम्मद शमी की गेंद को लाबुशैन ने फाइनलेग पर खेला और वहां खड़े बुमराह ने उनका कैच छोड़ दिया. बुमराह को लगा कि वह सीमा रेख से टकरा जाएंगे इसलिए गेंद को लपक कर बाहर फेंकने की जल्दी में वह कैच छोड़ बैठे.


इसके बाद 21 के निजी स्कोर पर 23वें ओवर की चौथी गेंद पर लाबुशैन को पृथ्वी शॉ ने जीवनदान दिया. रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर कप्तान विराट कोहली ने जब नाथन लॉयन का कैच लिया तो कैच पकड़ने के बाद कोहली ने राहत की सांस ली उनका रिएक्शन बताता है कि वह टीम की फिल्डिंग से ज्यादा खुश नहीं हैं.


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