IND vs AUS: पिता के निधन के बाद केवल एक शब्द बोलकर रोते रहते हैं मोहम्मद सिराज, भाई से किया है ये वादा
तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज भारतीय टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हैं और उन्होंने अपने जीवन की सबसे मुश्किल घड़ी के बीच टीम के साथ बने रहने का फैसला किया है.
IND vs AUS: तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के पिता का शुक्रवार को इंतकाल हो गया. सिराज अभी भारतीय टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हैं और इस युवा गेंदबाज ने टीम के साथ ही रहने का फैसला किया है. बीसीसीआई ने हालांकि सिराज को स्वदेश वापस लौटने का प्रस्ताव दिया था. लेकिन गेंदबाज ने ऑस्ट्रेलिया में रहने का ही फैसला किया.
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए आईपीएल 2020 में शानदार प्रदर्शन के कारण उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में जगह मिली. उनके भाई मोहम्मद इस्माइल ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि चयन के तुरंत बाद 26 वर्षीय गेंदबाज ने अपने पिता को फोन किया और कहा,''अब्बू, मैं सिलेक्ट हो गया टेस्ट टीम में, टेस्ट सीरीज खेलने जा रहूं हूं, ऑस्ट्रेलिया''
मोहम्मद सिराज के पिता मोहम्मद गौस पिछले काफी वक्त से फेफड़ों की बीमारी से जूझ रहे थे. वह 53 वर्ष के थे. ऑस्ट्रेलिया के सख्त क्वारंटीन नियम भी सिराज के अपने पिता की अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हो पाने की एक वजह है. मोहम्मद सिराज के पिता मोहम्मद गौस का उनके क्रिकेट करियर में अहम योगदान है. सिराज ने कई बार बताया है कि उनके पिता ने उन्हें आगे बढ़ाने के लिए ऑटो-रिक्शा चलाया.
सिराज के भाई इस्माइल ने वेबसाइट को दिये इंटरव्यू में बताया, "मोहम्मद सिराज मेरा छोटा भाई है. हम सभी उसे बहुत प्यार करते हैं. वह मेरे पिता के बहुत करीब था. जब भी वह फोन करता है वह रोता है. हम बार-बार कहते हैं... 'सिराज कुछ तो बोल' लेकिन वह कुछ भी नहीं कहता. वह एक-शब्द कहता है, 'अब्बू' और फिर रोता है."
उन्होंने आगे कहा कि अल्लाह उसे शक्ति दें. इस खबर से सिराज पूरी तरह से बिखर गया है. वह अकेला है. मैं उसे समर्थन देने के लिए फोन करता रहता हूं. सिराज ने मुझे वादा किया है कि वह सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करेंगे. वह अब्बू के लिए ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतकर आएगा.
कोच रवि शास्त्री, कप्तान विराट कोहली के साथ-साथ अन्य टीम के प्लेयर्स उन्हें अपना समर्थन दे रहे हैं. प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करने के अपने दृढ़ संकल्प के लिए उन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और अन्य से भी मजबूत प्रशंसा प्राप्त की.