नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडीलेड में गुरुवार से शुरू होने वाले पहले डे-नाइट टेस्ट क्रिकेट मैच में ऋद्धिमान साहा या फिर ऋषभ पंत किसे प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाएगा. इस सवाल का जवाब भारतीय टीम प्रबंधन तलाश रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि पंत की आक्रामक बल्लेबाजी की वजह से उन्हें पहले टेस्ट में अवसर मिल सकता है. वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि साहा की बेहतर विकेटकीपिंग और रक्षात्मक बल्लेबाजी को प्राथमिकता दी जा सकती है.
पहले टेस्ट मैच के लिये संभावित भारतीय प्लेइंग इलेवन चर्चा का विषय बनी हुई है और अभी यह तय नहीं है कि 36 वर्षीय साहा के रूप में बेहतर विकेटकीपर या 23 वर्षीय पंत के रूप में बेहतर बल्लेबाज में से किसे टीम में जगह देनी है. भारतीय टीम प्रबंधन ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं और हनुमा विहारी से जब इस बारे में पूछा गया था तो उन्होंने भी कहा था कि ‘स्वस्थ प्रतिस्पर्धा’ टीम के लिये अच्छी है. हनुमा विहारी का मानना है कि ऋषभ पंत और साहा दोनों ही बल्ले से अच्छे फॉर्म में हैं और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए उनके बीच एक कीपर-बल्लेबाज को चुनना टीम प्रबंधन के लिए एक कठिन कॉल होगा.
कोच रवि शास्त्री, कप्तान विराट कोहली, सहायक कोच विक्रम राठौड़, भरत अरुण और चयनकर्ता हरविंदर सिंह मैच की परिस्थितियों के आधार पर इन दोनों के प्रदर्शन का आकलन करेंगे.
साहा ने पहले अभ्यास मैच में 54 रन की महत्वपूर्ण पारी खेलकर भारत को आस्ट्रेलिया ए के खिलाफ हार से बचाया था. उन्होंने तब जेम्स पैटिनसन, माइकल नेसेर और कैमरन ग्रीन जैसे गेंदबाजों का सामना किया था. इसके विपरीत पंत ने जब दूसरे अभ्यास मैच में शतक जमाया तब भारतीय टीम बेहतर स्थिति में थे और उन्हें लेग स्पिनर मिशेल स्वेपसन और कामचलाऊ गेंदबाज निक मैडिनसन का सामना करना पड़ा था. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलन बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलिया ए के इस गेंदबाजी प्रदर्शन को शर्मनाक करार दिया था.
साहा ने 37 टेस्ट मैचों में 1238 रन बनाये हैं जिसमें तीन शतक शामिल हैं. उन्होंने 92 कैच और 11 स्टंप आउट किये हैं. वह अगर पहले टेस्ट मैच में जगह बना लेते हैं तो भी पंत की संभावना समाप्त नहीं हो जाती. साहा को टीम में बने रहने के लिये विकेट के पीछे ही नहीं विकेट के आगे भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा.