टी. नटारजन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गये तीसरे वनडे मुकाबले में भारत की ओर से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया. उन्होंने अपने पहले ही मुकाबले में अपनी गेंदबाजी से सभी का दिल जीत लिया. टी. नटारजन ने कैनबरा में खेले गये तीसरे वनडे में 10 ओवर में 70 रन देकर 2 महत्वूर्ण विकेट चटकाए.
नटराजन ने मार्नस लाबुशेन को 7 रनों के निजी स्कोर पर पवेलियन वापस भेजकर इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना पहला विकेट हासिल किया और भारतीय टीम को पहली सफलता दिलाई. इसके बाद उन्होंने एश्टन एगर को पवेलियन वापस भेजा. नटराजन ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया जिसके चलते उन्हें भारतीय टीम में जगह मिली. हालांकि वह आज जिस मुकाम पर हैं, इसके पीछे उनके लंबे संघर्ष की कहानी भी शामिल है.
नटराजन सलेम जिले के एक छोटे से गांव चिन्नाप्पमपट्टी से है, जो चेन्नई से लगभग 340 किलोमीटर दूर है. नटराजन के पिता दिहाड़ी मजदूरी किया करते थे, जबकि उनकी मां सड़क के किनारे एक छोटी सी दुकान पर नाश्ता बेचती थीं. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि उनकी आर्थिक स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं थी. पांच भाई-बहनों में नटराजन सबसे बड़े थे और उन पर बहुत ज़िम्मेदारियां थीं. उन्होंने अपने करियर के शुरुआती वक्त में केवल टेनिस बॉल के साथ क्रिकेट खेला.
अपने परिवार के संघर्ष के समय के दौरान स्पीडस्टर ने तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) में जगह बनाई, जहां उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया और उनकी किस्मत बदल गई. 2016-17 के रणजी ट्रॉफी सीज़न के दौरान नटराजन ने 9 मैचों में 27 विकेट चटकाए. नटराजन आज अपनी बेहतरीन यॉर्कर गेंदबाजी के लिये जाने जाते हैं. 2017 के आईपीएल की नीलामी में किंग्स इलेवन पंजाब ने नटराजन को 3 करोड़ रुपये में खरीदा था.
टी नटराजन आईपीएल में यॉर्कर किंग बनकर उभरे
नटराजन ने सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से आईपीएल में बेहतरीन प्रदर्शन किया औऱ सभी का ध्यान अपनी ओऱ आकर्षित किया. बाएं हाथ के इस गेंदबाज ने आईपीएल 2020 में हैदराबाद के लिये खेलते हुए 16 मैचों में 16 विकेट चटकाए. आईपीएल में नटराजन यॉर्कर किंग बनकर उभरे. नटराजन ने आईपीएल के 13वें सीजन में सबसे ज्यादा 54 यॉर्कर गेंद डाली.