ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे और ट्वेंटी-ट्वेंटी सीरीज में भारत की तरफ से हार्दिक पांड्या सबसे कामयाब बल्लेबाजों में से एक रहे. पांड्या ने लिमिटिड ओवर सीरीज में 288 रन बनाए और उन्हें ट्वेंटी-ट्वेंटी सीरीज में मैन ऑफ द मैच के खिताब से भी नवाजा गया. हार्दिक पांड्या को इस शानदार प्रदर्शन के बाद टेस्ट टीम में जगह देने की मांग होने लगी. लेकिन कप्तान विराट कोहली ने साफ किया कि पांड्या को टेस्ट सीरीज में मौका नहीं मिलेगा.
पांड्या फिलहाल चार मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं. विराट कोहली का साफ कहना है कि हार्दिक पांड्या केवल बतौर आलराउंडर ही टेस्ट टीम में जगह बना सकते हैं.
पिछले साल चोटिल होने के बाद से हार्दिक पांड्या बेहद कम गेंदबाजी कर रहे हैं. 27 वर्षीय पांड्या ने सीमित ओवरों में अब तक केवल चार ओवर की ही गेंदबाजी की है, जोकि उन्होंने दूसरे वनडे के दौरान की थी.
पांड्या की गेंदबाजी है अहम
कोहली ने कहा, "हार्दिक शानदार रहे हैं. हमें कोई ऐसा मिला है जो हमारे लिए मैच फिनिश कर सकता है. लेकिन टेस्ट क्रिकेट एक अलग तरह की चुनौती है. टेस्ट टीम को संतुलित बनाए रखने के लिए हमें उनसे गेंदबाजी करवाने की जरूरत है."
विराट कोहली ने पांड्या की गेंदबाजी को टीम की जरूरत बताया है. उन्होंने कहा, "अगर आपने देखा हो तो दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में उनकी गेंदबाजी ने टीम को संतुलन दिया था. वह केवल बतौर आलराउंडर ही टेस्ट के लिए उपलब्ध होंगे."
पांड्या ने तीसरे मैच में कप्तान कोहली के साथ 44 रनों की साझेदारी करते हुए 20 रन बनाए. दूसरे टी20 में पांड्या ने नाबाद 42 रन बनाकर भारत की जीत पक्की की थी. पांडया ने मैच के बाद खुद भी कहा कि वह स्वदेश लौट जाएंगे और टेस्ट मैच नहीं खेलेंगे. पांड्या ने अपना पिछला टेस्ट मैच 2018 में इंग्लैंड दौरे पर खेला था.
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