भारतीय टेस्ट टीम के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे ने उनकी फॉर्म को लेकर उठ रहे सवालों के जवाब में आलोचकों से कहा कि वे उनके पिछले 15 मैचों के रिकार्ड की जांच कर लें. रहाणे ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मेलबर्न में खेले गये दूसरे टेस्ट मैच में शतक लगाने के बाद बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे हैं.


इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट की पहली पारी में रहाणे एक रन और दूसरी पारी में शून्य पर आउट हो गए थे. इसके बाद से उन्हें अपनी खराब फॉर्म को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा रहा है. हालांकि, इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट से पहले रहाणे ने अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया है.


रहाणे ने आलोचकों को इस तरह दिया जवाब 


रहाणे ने इंग्लैंड के खिलाफ चार मैचों की सीरीज़ के दूसरे टेस्ट से पहले ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हम लगभग दो सालों के बाद घरेलू मैदान पर (टेस्ट) खेल रहे हैं. अगर आप पिछली घरेलू सीरीज़ के स्कोर को देखेंगे तो शायद वहां कुछ (बड़ा स्कोर) मिल जाए."


रहाणे ने 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उस सीरीज़ के एक मैच में 59 और 115 रन की पारियां खेली थी. उन्होंने कहा, "यह किसी व्यक्तिगत प्रदर्शन की जगह टीम के प्रदर्शन के बारे में है और मेरा ध्यान इस पर रहता है कि मैं टीम के लिए योगदान कैसे कर सकूं. अगर आप पिछले 10-15 टेस्ट मैचों के आंकड़े देखेंगे तो शायद आपको कुछ रन दिख जाएं."


रहाणे इस संवाददाता सम्मेलन में एक मंझे हुए खिलाड़ी की तरह दिखे, और उन्होंने हर सवाल का जवाब बेहद चतुराई से दिया. उनसे जब पूछा गया कि पहले टेस्ट में खिलाड़ियों की ‘बॉड़ी लैंग्वेज’ सकारात्मक नहीं लग रही थी, क्या ऐसा कप्तानी में बदलाव के कारण था? इसके जवाब में उन्होंने कहा, "खेल में जब आपकी ऊर्जा थोड़ी कम हो जाए तो ऐसा होता है. लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि यह कप्तानी में बदलाव के कारण हुआ है. मैंने पहले भी कहा है कि विराट कोहली हमारे कप्तान हैं और रहेंगे."


कप्तानी पर कोई मसाला नहीं दूंगा- रहाणे


रहाणे ने आगे कहा, "अगर आप खोद कर कुछ मसाला निकालना चाह रहे हैं तो, दुर्भाग्य से आपको वह नहीं मिलेगा. बॉडी लैंग्वेज के नकारात्मक होने के कई कारण होते हैं. पहले टेस्ट में शुरुआती दो दिनों के विकेट के कारण ऐसा हो सकता है. कई और कारण भी हो सकते हैं."


चेतेश्वर पुजारा की ऑस्ट्रेलिया में बेहद धीमी बल्लेबाजी के बाद भारत में उनकी बल्लेबाजी में आये बदलाव के बारे में पूछे जाने पर रहाणे ने कहा, "टीम में उनकी बल्लेबाजी को लेकर कोई सवाल नहीं करता है. लोग बाहर क्या कहते हैं इसका कोई फर्क नहीं पड़ता. वह जिस तरह से ऑस्ट्रेलिया में खेले और यहां खेल रहे हैं वह हमारे लिये काफी जरूरी है. उन्होंने लगभग 80 टेस्ट मैच खेले हैं और अपने खेल के बारे में वह अच्छे से जानते हैं, उनकी क्षमता पर सवाल नहीं उठ सकता है."


रहाणे ने सलामी बल्लेबाज़ रोहित शर्मा का भी बचाव किया. उन्होंने कहा, "रोहित हमारी टीम का एक महत्वपूर्ण सदस्य है और वह 100 -150 रन नहीं बना पा रहे है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में, उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की और महत्वपूर्ण यागदान दिया. दो खराब पारियां किसी को भी बुरा खिलाड़ी नहीं बनाती हैं."


यह भी पढ़ें- 


युवराज सिंह के साथ ऐसी रही थी रोहित शर्मा की पहली मुलाकात, खुद सुनाया दिलचस्प किस्सा