IND vs ENG: शाहबाज नदीम ने बताया- चेन्नई टेस्ट में उनसे क्या हुई गलती और स्टोक्स को आउट करने का क्या था प्लान
शाहबाज नदीम ने कहा, कहा, "मुझे लगता है कि मैं क्रीज पर थोड़ा देर से ‘जंप’ कर रहा था जबकि मुझे ‘जंप’ के समय को थोड़ा जल्दी करना होगा. इसलिये इससे थोड़ी परेशानी हुई."
IND vs ENG: भारत के बायें हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम ने कहा कि बेन स्टोक्स ने जिस तरीके से रिवर्स स्वीप खेलकर जवाबी हमला किया, उससे उन्हें अपनी योजनाओं को बदलने पर मजबूर होना पड़ा. नदीम नेट पर अपनी गेंदबाजी की तकनीकी समस्याओं को दूर करने के लिये तैयार हैं. अपना दूसरा टेस्ट खेल रहे झारखंड के घरेलू दिग्गज स्पिनर नदीम ने 44 ओवरों में 167 रन दिये, लेकिन सांत्वना के तौर पर स्टोक्स और जो रूट का विकेट हासिल करने में सफल रहे. स्टोक्स ने 82 रन बनाये और रूट ने अपना पांचवां दोहरा शतक जमाया.
नदीम इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर दबाव नहीं बना सके जबकि रविचंद्रन अश्विन दूसरे छोर पर अकेले ही जूझते रहे. नदीम ने कहा, ‘‘मैं ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसने रिवर्स स्वीप खेलकर जवाबी हमला किया. हां, इससे मुझे अपनी लाइन और लेंथ में थोड़ा बदलाव करने पर मजबूर होना पड़ा. मैंने फिर उसे विकेट पर गेंदबाजी की कोशिश की और उसे आउट किया.’’
नदीम ने माना कि चेन्नई टेस्ट में उनकी गेंदबाजी में कुछ तकनीकी कमी रही. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मैं क्रीज पर थोड़ा देर से ‘जंप’ कर रहा था जबकि मुझे ‘जंप’ के समय को थोड़ा जल्दी करना होगा. इसलिये इससे थोड़ी परेशानी हुई. पहले दिन यह एक ज्यादा समस्या थी और आज उसकी तुलना में थोड़ी कम थी. मुझे वापस जाकर नेट पर इस समस्या को दूर करने के लिये काम करना होगा.’’
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 117 मैच खेलने वाले 31 साल के शाहबाज नदीम ने कहा कि जिस तरीके से रूट ने स्वीप शॉट खेला, उससे उनके लिये विशेष योजना बनाना मुश्किल हो गया.
नदीम ने कहा, ‘‘रूट बेहतरीन बल्लेबाज हैं और वह पिछले कुछ समय से शानदार फार्म में भी हैं. वह बहुत ही शानदार तरीके से स्वीप शॉट खेल रहा था, जिससे आपको अच्छी तरह योजना बनानी होती है कि आप स्टंप पर गेंदबाजी करना चाहते हो या फिर ऑफ स्टंप के बाहर.’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘निश्चित रूप से जब बल्लेबाज आपकी गेंदों को स्वीप करना शुरू कर दें तो आपको समस्या आएगी ही, लेकिन तब आपको अपनी रणनीति पर अडिग रहना होता है. अपने समय का इंतजार करना होता है ताकि वह गलती करे.’’
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