IND vs ENG: गलत आउट दिए जाने के बावजूद निराश नहीं हैं सूर्यकुमार यादव, बोले- कुछ चीजें कंट्रोल में नहीं होती
इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टी20 में सूर्यकुमार यादव को सॉफ्ट सिगनल के तहत आउट दिया गया. हालांकि, वह इससे निराश नहीं हैं. उन्होंने इस घटना पर बेहद शानदार जवाब दिया है.
India vs England 4th T20: इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टी20 में भारत की जीत में सूर्यकुमार यादव का अहम योगदान रहा. उन्होंने जल्द पहला विकेट गिर जाने के बाद मोर्चा संभाला और पहली गेंद से ही इंग्लिश गेंदबाजों पर धावा बोल दिया. सूर्यकुमार ने इंटरेनेशनल क्रिकेट की अपनी पहली ही गेंद पर छक्का लगाया. उन्होंने मैच में 57 रनों की शानदार पारी खेली जिसके लिए उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' का अवार्ड भी दिया गया. हालांकि, 57 रनों पर उन्हें सॉफ्ट सिगनल की वजह से आउट करार दिया गया, जबकि टीवी रिप्ले में देखा जा सकता था कि वह आउट नहीं थे. इसके बावजूद सूर्यकुमार अपने आउट होने के तरीके से निराश नहीं हैं. मैच के बाद उन्होंने इस घटना पर बेहद शानदार जवाब दिया.
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में सूर्यकुमार यादव ने कहा, "मेरे लिए नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करना एक बड़ा मौका था. जिस तरह से मैं आउट हुआ अगर उसकी बात करें, तो मैं उससे निराश नहीं हूं. कुछ चीजें आपके कंट्रोल में नहीं होती हैं. मैं बाहर जाकर खुद से बोल रहा था कि ये सब तुम्हारे हाथ से बाहर है."
सूर्यकुमार ने इस मैच में 31 गेंदो में 57 रनों की तूफानी पारी खेली. इस बारे में उन्होंने आगे कहा, "जिस तरह से सबकुछ हुआ, उससे मैं काफी खुश हूं.मैंने हमेशा एक ही सपना देखा था कि भारत की जर्सी में खेलूं और टीम को मैच जीताऊं. टीम मैनेजमेंट और कैप्टन कोहली ने मुझसे कहा था कि सब कुछ सिंपल रखना है और वैसा ही करना है जैसा मैं आईपीएल में करता आया हूं."
इस तरह आउट दिए गए थे सूर्यकुमार
जब सूर्यकुमार 57 रनों पर बैटिंग कर रहे थे, तब उन्होंने तेज गेंदबाज सैम कर्रन की गेंद पर स्कूप शॉट खेला. गेंद डीप फाइन लेग पर खड़े डेविड मलान की तरफ गई और उन्होंने कैच लेने का दावा किया. हालांकि, कैच क्लीन नहीं था, इसलिए मैदानी अंपायर ने तीसरे अंपायर की मदद मांगी, लेकिन नियम के तहत मैदानी अंपायर को अपना फैसला भी बताना होता है, जिसे सॉफ्ट सिग्नल कहा जाता है. मैदानी अंपायर ने सूर्यकुमार को सॉफ्ट सिग्नल के तहत आउट करार दिया.
इसके बाद जब तीसरे अंपायर ने कई बार टीवी रिप्ले देखा, लेकिन उसे कैच पकड़े जाने का कोई सबूत नहीं मिला. इसके बाद तीसरे अंपायर ने फैसला अंपायर के सॉफ्ट सिग्नल के हिसाब से दिया और सूर्यकुमार को पवेलियन लौटना पड़ा जबकि टीवी रिप्ले में साफ दिख रहा था कि गेंद जमीन को छू गई थी.
यहां पर यह बताना जरूरी है कि अगर मैदानी अंपायर सूर्यकुमार को सॉफ्ट सिग्नल में नॉट आउट देता, तो तीसरा अंपायर भी अपना फैसला नॉट आउट ही देता. इसी कारण क्रिकेट जगत में सॉफ्ट सिग्नल को लेकर बवाल मच गया है.
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