Teqball World Championship 2024: भारत के अनस और डेक्लान ने रचा इतिहास, टेकबॉल वर्ल्ड चैंपियनशिप में देश को दिलाया पहला मेडल
Teqball World Championship 2024: भारतीय टेकबॉल खिलाड़ी डेक्लान गोंसाल्वेस और अनस बेग ने वियतनाम में इतिहास रच दिया. इस भारतीय जोड़ी ने टेकबॉल विश्व चैंपियनशिप 2024 में भारत के लिए पहला मेडल जीता.
Teqball World Championship 2024, Declan & Anas won India's First Ever Medal: वियतनाम में खेली जा रही 2024 टेकबॉल विश्व चैंपियनशिप में भारत के अनस बेग और डेक्लान गोंसाल्वेस ने इतिहास रच दिया है. इस भारतीय जोड़ी ने इस चैंपियनशिप में देश को पहला मेडल दिलाया है. अनस और डेक्लान ने टेकबॉल विश्व चैंपियनशिप 2024 में भारत के लिए पहला सुरक्षित किया है.
भारतीय टेकबॉल खिलाड़ी डेक्लान गोंसाल्वेस और अनस बेग ने पुरुष युगल वर्ग में कांस्य पदक (ब्रॉन्ज मेडल) जीतकर टेकबॉल विश्व चैंपियनशिप 2024 में भारत के लिए पहला मेडल सुरक्षित किया है. इस चैंपियनशिप में 95 देशों के कुल 221 एथलीट्स ने पांच अलग-अलग कैटेगरी में हिस्सा लिया. यह उल्लेखनीय उपलब्धि लास्ट चैंपियन थाईलैंड से कड़ी सेमीफाइनल हार के बाद आई है.
टेकबॉल एक ऐसा खेल है, जिसे ज्यादा लोग नहीं जानते हैं. ऐसे में भारत के मेडल जीतने से अब यह खेल देश में आगे आया है. आज हर कोई इस खेल को पहचान गया है. बता दें कि हो ची मिन्ह सिटी पीपल्स कमेटी के सहयोग से इंटरनेशनल टेकबॉल फेडरेशन (FITEQ) द्वारा आयोजित इस चैंपियनशिप ने इस खेल को दुनिया के सामने एक अलग रूप दिया है. यह चैंपियनशिप यूरोस्पोर्ट और FITEQ के YouTube चैनल सहित प्रमुख खेल नेटवर्क पर प्रसारित की गई थी.
INDIA WON HISTORIC MEDAL IN TEQBALL 🇮🇳
— The Khel India (@TheKhelIndia) December 9, 2024
Men's Double Duo of Declan & Anas won India's First Ever Medal (Bronze🥉) at World Teqball World Championship 2024 , Vietnam
Congratulations to both 🇮🇳👏 pic.twitter.com/1iTy2cmMpW
टेकबॉल क्या है?
टेकबॉल एक गतिशील खेल है जो फुटबॉल (सॉकर) के कौशल को टेबल टेनिस की सटीकता के साथ मिश्रित करता है, जिसे विशेष रूप से डिज़ाइन की गई घुमावदार टेबल पर खेला जाता है, जिसे टेक टेबल कहा जाता है. इसमें खिलाड़ी अपने विरोधियों को मात देने के उद्देश्य से नेट पर गेंद को हिट करने के लिए अपने हाथों और बांहों को छोड़कर अपने शरीर के किसी भी हिस्से का उपयोग करते हैं.
इस खेल को एकल या युगल (टीम) प्रारूपों में खेला जा सकता है, जिसमें खिलाड़ियों को गेंद को वापस करने से पहले तीन बार छूने की अनुमति होती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि शरीर के एक ही हिस्से से लगातार कोई स्पर्श न हो.