(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
इंटरकॉन्टिनेंटल कप: 'सर्वश्रेष्ठ छेत्री' के आगे केन्या हुआ बेहाल, भारत ने जीता खिताब
करिश्माई कप्तान सुनील छेत्री के दो शानदार गोलों की बदौलत भारतीय फुटबॉल टीम ने हीरो इंटरकॉन्टिनेंटल कप के फाइनल मुकाबले में केन्या को 2-0 से हराकर खिताब अपने नाम किया. छेत्री ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया. उन्होंने कुल आठ गोल किए और भारत को खिताब तक पहुंचाया
नई दिल्ली: करिश्माई कप्तान सुनील छेत्री के दो शानदार गोलों की बदौलत भारतीय फुटबॉल टीम ने हीरो इंटरकॉन्टिनेंटल कप के फाइनल मुकाबले में केन्या को 2-0 से हराकर खिताब अपने नाम किया. छेत्री ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया. उन्होंने कुल आठ गोल किए और भारत को खिताब तक पहुंचाया.
भारतीय टीम के डिफेंस ने भी चार देशों की इस प्रतियोगिता में दमदार प्रदर्शन किया और चार मैचों में केवल एक गोल खाया.
फाइनल मुकाबले में दो गोल दागने के साथ ही सुनील छेत्री ने अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल में अपने देश के लिए सर्वाधिक गोल करने के मामले में अर्जेटीना के महान खिलाड़ी लियोनल मेस्सी की भी बराबरी कर ली है. मेसी और छेत्री ने अपने देश के लिए 64 गोल किए हैं दोनों इस वक्त दूसरे स्थान पर हैं. सक्रिय फुटबॉलरों में सबसे ज्यादा गोल पुर्तगाल के सुपरस्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो के नाम दर्ज हैं जिन्होंने 150 मैचों में 81 गोल किए हैं.
तैंतीस साल के छेत्री का यह 102 वां मैच है और इस मैच से पहले उनके नाम 62 अंतरराष्ट्रीय गोल थे. उन्होंने आज मैच के आठवें और फिर 29 वें मिनट में गोल किए.
छेत्री प्रति मैच गोल करने की औसत के मामले में मेस्सी से बेहतर और सक्रिय फुटबालरों में सबसे बेहतर हैं. छेत्री का औसत 0.62 गोल प्रति मैच है जबकि मेस्सी का औसत 0.52 (124 मैचों में 64 गोल) का है. रोनाल्डो का औसत प्रति मैच 0.54 गोल का है.
छेत्री पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया के बाद 100 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले केवल दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं.