केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने देश में खेल टूर्नामेंट्स का आयोजन करने, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों के भाग लेने और एथलीटों की ट्रेनिंग को लेकर मंगलवार को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) और 15 राष्ट्रीय संघों के प्रतिनिधियों के साथ एक वर्चुअल बैठक की. बैठक में आईओए के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा, खेल सचिव रवि मित्तल, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के महानिदेशक संदीप प्रधान, आईओए के सचिव राजीव मेहता और तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, मुक्केबाजी, साइकिलिंग, तलवारबाजी, फुटबॉल, हॉकी, जूडो, निशानेबाजी, तैराकी, टेबल टेनिस, भारोत्तोलन तथा कुश्ती के अध्यक्षों और महासचिवों ने भाग लिया.
रिजिजू ने बैठक के दौरान कहा, " हम अनलॉक के पहले चरण में हैं और एक देश के रूप में हम धीरे धीरे मौजूदा स्थिति को स्वीकार कर रहे हैं. इसके बाद खेल को खोलने का यह समय सही है. लेकिन प्रत्येक खेलों पर आगे बढ़ने पर फैसला लेने के लिए महासंघ सबसे अच्छी स्थिति में हैं और अब मंत्रालय इस बारे में महासंघों से उनकी राय लेगा."
उन्होंने कहा, " कोरोनावायरस के बाद खेलों में भारत की रणनीति के लिए उनके विचार काफी अहम होंगे. खेलों को खोले जाने को लेकर आज की बैठक के बाद मंत्रालय अब सभी विचारों और सुझावों की समीक्षा करेगा. मुझे लगता है कि अगस्त के बाद कुछ खेल टूर्नामेंटों का आयोजन करने में हमें सक्षम होना चाहिए."
खेल मंत्री ने सभी महासंघों से अनुरोध किया वे अपनी अपनी लीग मैनेजरों से बात करें और कुछ प्रस्ताव रखें ताकि आगे आने वाले दिनों में प्रत्येक खेलों में कुछ प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा सके.
इसके अलावा बैठक में मंत्रालय की ओर से यह भी सुझाव दिया गया कि सभी महासंघ एक अंतरिम वार्षिक प्रतियोगिता और प्रशिक्षण कलैंडर सबमिट कर सकती है ताकि ओलंपिक एथलीटों के लिए प्रशिक्षण को फिर से शुरू किया जा सके.