नई दिल्ली: इंडिया ओपन बैडमिंटन के 10वें संस्करण में महिला एकल इवेंट में विश्व की टॉप-10 में से आठ और पुरुष एकल इवेंट में विश्व के टॉप-10 में से तीन खिलाड़ी भाग लेंगे. 26 अप्रैल को समाप्त होने वाले ओलंपिक क्वालीफिकेशन से पहले यह एक अंतिम बड़ा टूर्नामेंट है. पीवी सिंधु, सायना नेहवाल, साई प्रणीत और किदांबी श्रीकांत इस टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती की अगुवाई करेंगे.


वर्ल्ड नंबर-1 चीन की चेन यूफेई और पुरुष एकल वर्ग में मौजूदा चैंपियन विक्टर एक्सेलसन 24 से 29 मार्च तक इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में शुरू होने वाले इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के 10वें संस्करण में ड्रॉ की अगुवाई करेंगे. ओलेंपिक क्वालीफिकेशन 26 अप्रैल को समाप्त होगा और उससे पहले 4 लाख अमेरिकी डॉलर की इनामी राशि वाले इस टूर्नामेंट में कई स्टार खिलाड़ी राजधानी में नजर आएंगे.


मलेशिया मास्टर्स खिताबी जीत से सीजन की शुरुआत करने वाली यूफेई महिला एकल इवेंट में विश्व की टॉप-10 में आठ खिलाड़ियों की अगुवाई करेंगी. इनमें अकाने यामागुची, ही बिंगजियाओ, कैरोलिना मारिन, एन से योंग, मिशेले ली, तीन बार की चैंपियन रत्नाचोक इंतानोन और विश्व चैंपियन भारत की पीवी सिंधु तथा पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 सायना नेहवाल भी शामिल हैं.


पुरुष वर्ग में एक्सेलसन तीसरी बार खिताब जीतने के लिए कोर्ट पर उतरेंगे. उनके अलावा इसमें साई प्रणीत और 2018 के विजेता शि यूकी, 2012 के चैंपियन और पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 सोन वान हो भी अपनी चुनौती पेश करेंगे. तीन बार के जूनियर विश्व चैंपियन कुनलावुत वितिदसरन उन युवा खिलाड़ियों में शामिल होंगे, जो यहां सीनियर खिलाड़ियों को टक्कर देंगे. कुनलावुत इसी महीने बार्सिलोना स्पेन मास्टर्स के फाइनल में पहुंचे थे.


भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) के अध्यक्ष हिमांता बिस्वा सरमा ने इस टूर्नामेंट को लेकर कहा, ‘‘ओलंपिक क्वालीफिकेशन-प्रमुख प्राथमिकता के चलते, इस बार काफी कड़े मुकाबले होने की उम्मीद है. बैडमिंटन फैन्स के लिए अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को खेलते देखना एक खास मौका होगा. मैं फैन्स से अनुरोध करता हूं कि आप इसे मिस ना करें और मैच देखने के लिए जरूर आएं.’’


भारतीयों में, 2015 की चैंपियन सायना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत के लिए यह टूर्नामेंट बेहद खास होगा. दोनों खिलाड़ी इस टूर्नामेंट से कुछ अहम रैकिंग पॉइंट हासिल करना चाहेंगे ताकि वे टोक्यो ओलंपिक खेलने का अपना सपना पूरा कर सके.


अन्य भारतीयों में 2014 राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता पारुपल्ली कश्यप, एचएस प्रणॉय, सौरभ वर्मा, समीर वर्मा और लक्ष्य सेन पुरुष एकल ड्रॉ में अपनी छाप छोड़ना चाहेंगे. 2017 की चैंपियन सिंधु के लिए भी यह टूर्नामेंट बेहद खास होगा। इस टूर्नामेंट से वह विश्व की टॉप खिलाड़ियों के सामने खुद को परखना चाहेंगी। सिंधु अपने घरेलू दर्शकों के सामने शानदार प्रदर्शन करना चाहेंगी.


टूर्नामेंट में दुनिया के सबसे बड़े खिलाड़ियों के पास अपनी रैंकिंग में सुधार करने और टोक्यो ओलंपिक के लिए बेहतर सीड का तर्जा हासिल करने का मौका होगा.


बाई के महासचिव और आयोजन सचिव अजय के सिंघानिया ने कहा, ‘‘ओलंपिक क्वालीफिकेशन अवधि समाप्त होने से पहले यह एक अंतिम बड़ा टूर्नामेंट होगा. इस साल के कुछ बड़े टूर्नामेंट्स से टॉप स्टार खिलाड़ियों की गैर मौजूदगी रहने के कारण इंडिया ओपन सबसे अधिक पसंदीदा टूर्नामेंट बन गया है जो सर्वश्रेष्ठ एक्शन की गारंटी देता है. मैं सभी खिलाड़ियों को दिल्ली में शानदार टूर्नामेंट की शुभकामना देता हूं.’’


युगल वर्ग में एक बार फिर से सभी की निगाहें थाईलैंड ओपन चैंपियन सात्विक साइराज रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी पर होगी. ये जोड़ी अभी विश्व रैंकिंग में 10वें नंबर पर है और वे लगभग टोक्यो ओलंपिक में अपनी जगह बना चुके हैं.


हाल में समाप्त हुई प्रीमियर बैडमिंट लीग (पीबीएल) के पांचवें संस्करण में ये दोनों खिलाड़ी अपनी-अपनी टीमों के लिए खेले थे. विश्व की टॉप-10 में से सात पुरुष युगल जोड़ियां ड्रॉ में शामिल हैं और इसकी अगुवाई वर्ल्ड नंबर-4 ताकेशी कमुरा और कीगो सोनोदो की जोड़ी करेंगी. सात्विकसाइराज रेंकीरेड्डी और अश्विनी पोनप्पा तथा प्रणव जैरी चोपड़ा और एन सिक्की रेड्डी की जोड़ी को भी मिश्रित युगल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देना होगा. वर्ल्ड नंबर-1 झेंग सी वेई और हुआंग या क्यिोंग की जोड़ी टॉप-10 में से नौ जोड़ियों की अगुवाई करेंगे.


महिला युगल इवेंट में टॉप-10 में से आठ जोड़ी इस टूर्नामेंट में भाग लेंगी। एन सिक्की रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी महिला युगल में भारतीय चुनौती पेश करेंगी.