भारतीय पुरुष हॉकी टीम एफआईएच प्रो लीग में अपनी दूसरी हार झेलने के बावजूद इस साल के व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए अर्जेंटीना के खिलाफ शनिवार से शुरू होने वाले दो मैचों में भी प्रयोग जारी रखने और अपनी ‘बेंच स्ट्रेंथ’ को आजमाने की कोशिश करेगा.
भारत 27 फरवरी को कलिंग स्टेडियम में दूसरे चरण के मैच में स्पेन से 3-5 से हार गया था जो उसकी एफआईएच प्रो लीग में दूसरी हार है. टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारत को पहली हार पिछले महीने फ्रांस (2-5) से मिली थी. भारत इसके बावजूद अभी छह मैचों में 12 अंकों के साथ अंकतालिका में नीदरलैंड (16 अंक) के बाद दूसरे स्थान पर है.
भारत के मुख्य कोच ग्राहम रीड ने इस साल के राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों से पहले टीम को मजबूत बनाने के लिए अपने रिजर्व खिलाड़ियों को मौका देना जारी रखा है. एशियाई खेल पेरिस ओलंपिक 2024 के लिये क्वालीफायर भी हैं.
एफआईएच जूनियर विश्व कप टीम के सदस्य मिडफील्डर मोइरंगथेम रबिचंद्र सिंह दुनिया की छठे नंबर की टीम अर्जेंटीना के खिलाफ पदार्पण करेंगे. ओलंपिक पदक विजेता स्ट्राइकर गुरजंत सिंह भी चोट से उबरकर वापसी करेंगे.
भारत ने स्पेन के खिलाफ खेलने वाली टीम में कुछ बदलाव किये हैं. गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक ने सूरज करकेरा की जगह ली है, जबकि अमित रोहिदास और जुगराज सिंह ने रक्षापंक्ति में मंदीप मोर और दीपसन टिर्की की जगह ली है.
मध्यपंक्ति में जसकरण सिंह और अक्षदीप सिंह ने सुमित और रबिचंद्र के लिए जगह बनायी. भारतीय टीम प्रबंधन ने हालांकि युवा स्ट्राइकर अभिषेक और सुखजीत सिंह तथा ड्रैग-फ्लिकर जुगराज सिंह पर भरोसा बनाये रखा है. यही नहीं भारतीय टीम प्रबंधन ने इन मैचों के लिये मनप्रीत सिंह के स्थान पर अमित रोहिदास को कप्तान और मंदीप सिंह को उप कप्तान नियुक्त किया है. जहां तक अर्जेंटीना की बात है तो वह चार मैचों में नौ अंक लेकर छठे स्थान पर है.